पटनाः दिल्ली में इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा का माहौल गर्म है. इसको लेकर भाजपा सहित कई विपक्ष पार्टी अपने-अपने दावे कर रहे हैं कि सीएम नीतीश कुमार को इससे बहुत बड़ा घाटा होने वाला है. दरअसल, नीतीश कुमार को संयोजक और पीएम उम्मीदवार बनाने की चर्चा थी, लेकिन बैठक में ऐसा कुछ नहीं हुआ, इसी बात को लेकर विपक्ष निशाना साध रहे हैं.
इंडिया गठबंधन में कोई सामंजस्य नहीं: शनिवार को केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने नीतीश कुमार को लेकर दावा किए. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में सबसे ज्यादा नीतीश कुमार को घाटा होने वाला है. आरके सिंह ने केसी त्यागी के बयान पर कहा कि इंडिया गठबंधन में कोई सामंजस्य नहीं है. दरअसल, जदयू नेता केसी त्यागी ने दो दिन पहले बयान दिया था कि इंडिया गठबंधन में पीएम उम्मीदवार के नाम पर सहमति बनती तो ज्यादा बेहतर होता. इसी बयान पर आरके सिंह ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा.
"इंडिया गठबंधन में कहीं से भी कोई सामंजस नहीं है. विभिन्न क्षेत्रों के लोग उसमें हैं. सब की अपनी महत्वाकांक्षा है. राष्ट्रीय प्रभाव वाली पार्टियां बहुत कम है. कांग्रेस का अगर राष्ट्र में प्रभाव है तो उनके नेता राहुल गांधी कैसे हैं, वह भी देश की जनता जानती है. निश्चित तौर पर इंडिया गठबंधन की हालत ठीक होने वाली नहीं है." -आरके सिंह, केंद्रीय मंत्री
'नीतीश कुमार बीमार': आरके सिंह ने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर भी सीएम नीतीश कुमार को निशाना बनाया. कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिस तरह की बातें कह रहे हैं निश्चित तौर पर हमें लगता है वह बीमार हैं. यही कारण है कि बिहार में कानून व्यवस्था दिन व दिन बदतर होती चली जा रही है. नीतीश कुमार इस पर ध्यान नहीं देते हैं
'जदयू को नहीं मिलेगी सीट': आरके सिंह ने दावा किया है कि इंडिया गठबंधन में जदयू को उतनी भी सीट नहीं मिलने वाली, जितनी सीट पर वह जीत कर आए हैं. जब मीडिया ने पूछा कि क्या नीतीश कुमार के लिए बीजेपी का दरवाजा खुला हुआ है तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. भाजपा का दरवाजा नीतीश कुमार के लिए बंद था और आगे भी बंद ही रहेगा.
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