ETV Bharat / state

Bakhtiyarpur controversy: 'गुलामी की सारी निशानियों को बिहार से हटा दूंगा', बोले गिरिराज सिंह- '.. तो बदलेगा बख्तियारपुर का नाम'

अगर BJP की सरकार बनी तो बिहार से गुलामी के सारे निसानियों को हटा दूंगा, इसकी घोषणा बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिगिराज सिंह ने की. उन्होंने कहा कि जिसके नाम पर बख्तियारपुर रखा गया है, उसने हमारे देश को तोड़ने का काम किया. इसलिए उस सारी चिह्नों को हटा दूंगा जो गुलामी की याद दिलाती हो. पढ़ें पूरी खबर...

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Apr 10, 2023, 3:58 PM IST

Updated : Apr 10, 2023, 4:47 PM IST

पटनाः देश में नाम बलदने का दौर चल रहा है. कई जगहों और रेलवे स्टेशनों के नाम बदले भी जा चुके हैं. इसकी शुरुआत BJP ने यूपी से की थी. यूपी के योगी सरकार ने इलाहाबाद को प्रयागराज, फैजाबाद को अयोध्या और मुगलसराय जंक्शन को पंडित दीन दयाल उपाध्याय किया. इसके बाद अब बिहार की बारी है. BJP ने दावा किया है कि बिहार में अगर उसकी सरकार बनी तो उस सारे पहचान को हटा देगी जो जो गुलामी की याद दिलाती है.

यह भी पढ़ेंः BJP On Rahul Gandhi: 'राहुल गांधी विदेश में किस बिजनेसमैन से मिलते हैं?', रवि शंकर प्रसाद ने दागा सवाल

"मेरा मानना है कि आजादी के पहले मुगलों का राज था. मुगलों के द्वारा आक्रमण हुआ. हमारे धार्मिक स्थलों को तोड़ा गया. नालंदा जैसे ज्ञान विज्ञान केंद्र को तोड़ा गया. जिस खिलजी ने ये सब काम किया, उसे बदलने की जरूरत है. बख्तियारपुर और बेगूसराय जैसे गुलामी के नामों को आजादी के समय ही हटा देना चाहिए था. अगर मेरी सरकार बनेगी तो गुलामी के सारे चिह्नों को राज्य से हटा देंगे. चाहे खिलजी के नाम से बख्तियारपुर हो या कोई और नाम हो." -गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री, BJP

'मेरी सरकार बनी तो...' : दरअसल, 9 अप्रैल को बेगूसराय दौरे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर बख्तियारपुर (Bakhtiyarpur will be renamed) का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बख्तियारपुर हो या बेगूसराय, अगर मेरी सरकार बनी तो गुलामी के सारी चिह्न को हटा देंगे. जिसके नाम पर यह बख्तियारपुर है, उसने हमारे देश को तोड़ने का काम किया. हमारे धार्मिक स्थलों को तोड़ने का काम किया. नालंदा जैसे ज्ञान विज्ञान के केंद्र को तोड़ा. ऐसे सभी चिह्न हो हटा देंगें जो गुलामी की याद दिलाती हो.

क्या है मामलाः बता दें कि 2 साल पहले BJP सांसद गोपाल नारायण ने राज्यसभा में बख्तियारपुर स्टेशन का नाम बदलने की मांग की थी. इसके बाद यहां के स्थानीय लोगों ने भी इसकी मांग करने लगे थे. इसको लेकर पीएम और सीएम को भी पत्र लिखा गया था. सीएम नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया था कि नाम नहीं बदला जाएगा. मेरा वह जन्मस्थान रहा है. नालंदा विवि को नष्ट करने वाला का बख्तियारपुर कैंप था तो अब वहां जन्म लेने वाला नालंदा विवि को बनवा रहा है. इसलिए ये सब नाम बदलने की बात फालतु है.

इनके नाम पर रखने की मांगः साल 2015 में ही बिहार सरकार ने बख्तियारपुर स्टेशन का नाम बदलकर बिहार के स्वतंत्रता सेनानी शीलभद्रयाजी नगर करने के लिए रेलवे को प्रस्ताव भेजा था. इसके बाद गृह मंत्रालय ने बिहार सरकार से इसके लिए अतिरिक्त सूचना मांगी थी, लेकिन सरकार की ओर यह उपलब्ध नहीं कराई गई थी, जिस कारण मामला ठंडा पड़ गया. इसके बाद 2 साल पूर्व BJP ने एक बार फर इसकी मांग उठाई थी, जिसपर सीएम नीतीश कुमार ने इसे फालतु काम बताया था. फिलहाल एक बार फिर BJP केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसकी घोषणा कर दी है

खिलजी के नाम पर है बख्तियारपुरः बता दें कि बख्तियारपुर का इतिहास काफी पुराना है. इसका नाम बख्तियार खिलजी ने नाम पर रखा गया है. 12वीं सदी में बिहार के नालंदा विवि को नष्ट करने के लिए कई बार हमले हो चुके थे. सन 1913 में बख्तियार खिलजी ने आक्रमण किया था, उस समय विवि को जलाकर नष्ट कर दिया गया था. माना जा रहा है कि खिलजी ने पटना के एक क्षेत्र में अपना कैंप बनाया था. इसी कारण बख्तियार खिलजी के नाम पर उस क्षेत्र का नाम बख्तियारपुर रखा गया था.

पटनाः देश में नाम बलदने का दौर चल रहा है. कई जगहों और रेलवे स्टेशनों के नाम बदले भी जा चुके हैं. इसकी शुरुआत BJP ने यूपी से की थी. यूपी के योगी सरकार ने इलाहाबाद को प्रयागराज, फैजाबाद को अयोध्या और मुगलसराय जंक्शन को पंडित दीन दयाल उपाध्याय किया. इसके बाद अब बिहार की बारी है. BJP ने दावा किया है कि बिहार में अगर उसकी सरकार बनी तो उस सारे पहचान को हटा देगी जो जो गुलामी की याद दिलाती है.

यह भी पढ़ेंः BJP On Rahul Gandhi: 'राहुल गांधी विदेश में किस बिजनेसमैन से मिलते हैं?', रवि शंकर प्रसाद ने दागा सवाल

"मेरा मानना है कि आजादी के पहले मुगलों का राज था. मुगलों के द्वारा आक्रमण हुआ. हमारे धार्मिक स्थलों को तोड़ा गया. नालंदा जैसे ज्ञान विज्ञान केंद्र को तोड़ा गया. जिस खिलजी ने ये सब काम किया, उसे बदलने की जरूरत है. बख्तियारपुर और बेगूसराय जैसे गुलामी के नामों को आजादी के समय ही हटा देना चाहिए था. अगर मेरी सरकार बनेगी तो गुलामी के सारे चिह्नों को राज्य से हटा देंगे. चाहे खिलजी के नाम से बख्तियारपुर हो या कोई और नाम हो." -गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री, BJP

'मेरी सरकार बनी तो...' : दरअसल, 9 अप्रैल को बेगूसराय दौरे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर बख्तियारपुर (Bakhtiyarpur will be renamed) का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बख्तियारपुर हो या बेगूसराय, अगर मेरी सरकार बनी तो गुलामी के सारी चिह्न को हटा देंगे. जिसके नाम पर यह बख्तियारपुर है, उसने हमारे देश को तोड़ने का काम किया. हमारे धार्मिक स्थलों को तोड़ने का काम किया. नालंदा जैसे ज्ञान विज्ञान के केंद्र को तोड़ा. ऐसे सभी चिह्न हो हटा देंगें जो गुलामी की याद दिलाती हो.

क्या है मामलाः बता दें कि 2 साल पहले BJP सांसद गोपाल नारायण ने राज्यसभा में बख्तियारपुर स्टेशन का नाम बदलने की मांग की थी. इसके बाद यहां के स्थानीय लोगों ने भी इसकी मांग करने लगे थे. इसको लेकर पीएम और सीएम को भी पत्र लिखा गया था. सीएम नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया था कि नाम नहीं बदला जाएगा. मेरा वह जन्मस्थान रहा है. नालंदा विवि को नष्ट करने वाला का बख्तियारपुर कैंप था तो अब वहां जन्म लेने वाला नालंदा विवि को बनवा रहा है. इसलिए ये सब नाम बदलने की बात फालतु है.

इनके नाम पर रखने की मांगः साल 2015 में ही बिहार सरकार ने बख्तियारपुर स्टेशन का नाम बदलकर बिहार के स्वतंत्रता सेनानी शीलभद्रयाजी नगर करने के लिए रेलवे को प्रस्ताव भेजा था. इसके बाद गृह मंत्रालय ने बिहार सरकार से इसके लिए अतिरिक्त सूचना मांगी थी, लेकिन सरकार की ओर यह उपलब्ध नहीं कराई गई थी, जिस कारण मामला ठंडा पड़ गया. इसके बाद 2 साल पूर्व BJP ने एक बार फर इसकी मांग उठाई थी, जिसपर सीएम नीतीश कुमार ने इसे फालतु काम बताया था. फिलहाल एक बार फिर BJP केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसकी घोषणा कर दी है

खिलजी के नाम पर है बख्तियारपुरः बता दें कि बख्तियारपुर का इतिहास काफी पुराना है. इसका नाम बख्तियार खिलजी ने नाम पर रखा गया है. 12वीं सदी में बिहार के नालंदा विवि को नष्ट करने के लिए कई बार हमले हो चुके थे. सन 1913 में बख्तियार खिलजी ने आक्रमण किया था, उस समय विवि को जलाकर नष्ट कर दिया गया था. माना जा रहा है कि खिलजी ने पटना के एक क्षेत्र में अपना कैंप बनाया था. इसी कारण बख्तियार खिलजी के नाम पर उस क्षेत्र का नाम बख्तियारपुर रखा गया था.

Last Updated : Apr 10, 2023, 4:47 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.