पटनाः राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को आज रांची सीबीआई कोर्ट ने 5 साल की सजा (Lalu Yadav Convicted in Fodder Scam) सुनाई है. लंबे समय से डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी (Illegal withdrawal from Doranda Treasury) का मामला चल रहा था. सजा के बाद जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा (Umesh Kushwaha Statement on Lalu Yadav Conviction) ने कहा कि कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए. न्यायिक प्रक्रिया के तहत लालू प्रसाद यादव दोषी ठहराए गए और सजा दी गयी है. कोर्ट के फैसले से साफ है कि आदमी कितना बड़ा क्यों ना हो, यदि दोषी है तो सजा मिलेगी.
यह भी पढ़ें- Lalu Yadav Fodder Scam: चारा घोटाला के दोषी लालू यादव को 5 साल की सजा, 60 लाख जुर्माना
आरजेडी की तरफ से साजिश किए जाने का मुद्दाउठाने पर उमेश कुशवाहा ने कहा यह राजनीति हो रही है क्योंकि न्यायालय के फैसले को आरजेडी को भी सम्मान करना चाहिए. जिस प्रकार से डोरंडा से राशि की निकासी की गई थी और स्कूटर मोटरसाइकिल पर जानवर ढोये गए थे. इसकी चर्चा पूरे देश में खूब हुई थी. इससे अधिक शर्मनाक क्या हो सकता है. लेकिन न्यायालय ने जब फैसला सुना दिया तो सबको उसका सम्मान करना चाहिए.
चारा घोटाले के तहत डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये के गबन के मामले में (Doranda treasury case) दोषी करार दिये गये राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव समेत 38 दोषियों को विशेष सीबीआई अदालत ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये सजा सुना दी है. कोर्ट ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को पांच साल की सजा सुनाई है. साथ ही उनके ऊपर 60 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. रांची में सीबीआई के विशेष जज एसके शशि ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सजा का ऐलान किया.
यह भी पढ़ें - जब बेल मिलने के बाद 1999 में बेऊर से हाथी पर सवार होकर अपने आवास तक गए थे लालू, पीछे-पीछे चल रही थी समर्थकों की भीड़
यह भी पढ़ें - लालू समेत 41 दोषियों की सजा पर फैसला आज, यहीं खत्म नहीं होने वाली RJD सुप्रीमो की परेशानी
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP