पटना: बिहार में चोरी (Bihar Crime News) की एक बढ़ाकर से एक कारनामे सामने (Unique Theft Cases In Bihar) आए हैं. जिसे सुनकर लोग आश्चर्य में पड़ गए. लेकिन चोरी की दो घटनाओं ने भारतीय रेलवे को भी झकझोर कर रख दिया. ऐसे में कहना मुनासिब होगा कि बिहार से गुजरने वाली ट्रेनें भी सेफ नहीं है. शातिर चोर चलती ट्रेन से चोरी (Theft From Running Train In Bihar) की बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर यह साबित कर चुके हैं.
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चलती ट्रेन से चोरी की दो बड़ी घटनाएं: वर्ष 2022 में बिहार में चलती ट्रेन से चोरी की दो बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया गया. पहली घटना 15623 भगत की कोठी-कामख्या एक्सप्रेस में पटना जंक्शन के आसपास पहुंचते ही घटित हुआ. वहीं दूसरी बड़ी घटना 25 जून को सियालदा सहरसा हटे बाजार एक्सप्रेस ट्रेन में घटित हुई. जिसमें अज्ञात अपराधियों ने काढ़ागोला स्टेशन के समीप मधेपुरा के स्वर्ण व्यवसायी पारसमल सोनी से डेढ़ करोड़ के सोने के आभूषण की लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था.
कामख्या एक्सप्रेस में दो किलो सोना की चोरी: 10 नवंबर को 15623 एक्सप्रेस के ए-1 कोच के 28 नंबर बर्थ पर मनोज कुमार जैन राजस्थान के सुजानगढ़ से कामख्या के लिए सवार हुए थे. कामख्या, असम की राजधानी गुवाहाटी का उपनगरीय रेलवे स्टेशन है. उनके साथ भंवर लाल शर्मा भी यात्रा कर रहे थे. मनोज जैन का दावा है कि वे अपने साथ करीब दो किलो सोना और पांच किलो चांदी के जेवरात के साथ ही दो लाख रुपए नकद लेकर यात्रा कर रहे थे. मनोज जैन ने गहने और रुपए एक बैग में रखे थे. उनका कहना है कि ट्रेन के आरा पहुंचने तक बैग सही सलामत था. आरा के बाद उनलोगों को झपकी आ गई. ट्रेन जब पटना पहुंचने वाली थी तो उनकी नींद खुली तो दोनों बैग गायब मिला. मनोज ने पुलिस को बताया कि उसके बैग में दादी-नानी के पुश्तैनी जेवरात थे.
जेवरात चोरी मामले पर GRP को नहीं हुआ विश्वास: मनोज जैन की ट्रेन रात के करीब पौने तीन बजे पटना जंक्शन पहुंचती है. गुरुवार को यह ट्रेन करीब साढ़े तीन घंटे के विलंब से सुबह के 6.26 बजे पटना जंक्शन (Theft In Kamakhya Express) पहुंची. यह ट्रेन मंगलवार को राजस्थान के भगत की कोठी स्टेशन से खुली थी. उसी दिन मनोज जैन ट्रेन में सवार हुए थे. दरअसल, बैग गायब देखकर मनोज जैन ने अपनी यात्रा बीच में ही छोड़ दी और पटना जंक्शन के रेल थाना पहुंच गए. पूरे दिन रेल पुलिस उससे पूछताछ करती रही. देर रात को यात्री के बयान पर रेल पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. पीड़ित यात्री के बार-बार बयान बदले जाने पर पुलिस इसे संदिग्ध मानकर जांच में जुट गई. जिसके बाद पटना जंक्शन के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया.
कामख्या एक्सप्रेस चोरी मामले में 10 की गिरफ्तारी: प्रभारी रेल पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कर लिए जाने के बाद छानबीन शुरू की. जांच के क्रम में कुछ दिन बाद कामख्या एक्सप्रेस से सोना चोरी मामले में बड़ा खुलासा हुआ. पुलिस रेल पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें 6 पेशेवर अपराधी और 4 सफेदपोश व्यवसायी शामिल है. यह घटना चलती ट्रेन में आरा से पटना के बीच हुई थी. चोरी के जेवरात और सामान भी बरामद किए गए.
सियालदह एक्सप्रेस से डेढ़ करोड़ रुपये के जेवरात लूट: दूसरी घटना 25 जून 2022 सियालदह-सहरसा हाटे बाजारे एक्सप्रेस ट्रेन में हुई. इस घटना में अज्ञात अपराधियों ने काढ़ागोला स्टेशन के समीप मधेपुरा के स्वर्ण व्यवसायी पारस मल सोनी से 1.5 करोड़ के सोने के आभूषण की लूट (Gold Loot In Sealdah Express) की थी. कटिहार बरौनी रेलखंड पर अपराधियों ने चलती ट्रेन में बड़ी वारदात को अंजाम दिया था. व्यवसासी 2 किलो से ज्यादा का सोना लेकर सियालदह से मधेपुरा जा रहा था. इसी दौरान अपराधियों ने नवगछिया रेल थाना अन्तर्गत काढ़ागोला और बखरी स्टेशन के बीच चलती ट्रेन से सोना लूटकर फरार हो गए.
सोना लूटकर फायरिंग करते हुए भागे अपराधी: लूट की इस बड़ी घटना के बाद रेल प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया. कटिहार (रेल) एसपी संजय भारती, डीएसपी कुमार देवेन्द्र, नवगछिया आरपीएफ इंस्पेक्टर मृणाल कुमार, जीआरपी प्रभारी सहित कई अधिकारी मामले की जांच के लिए मौके पर पहुंचे थे. जानकारी के अनुसार व्यवासायी पारस मणि एसी कोच में सवार थे. ट्रेन जब काढ़ागोला-बखरी स्टेशन के बीच पहुंची तो अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया और चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया. इसके बाद सोना लूटकर फायरिंग करते हुए मौके से फरार हो गए.
व्यवसायी के चचेरों भाईयों ने रची थी साजिश: इस प्रकरण का उद्भेदन रेल पुलिस ने कुछ दिनों में कर दिया. इस लूट की घटना को अंजाम देने में स्वर्ण व्यवसाई के चचेरे भाई मनोज सोनी और संतोष सोनी किशन गुप्ता की संलिप्तता सामने आई. इसके साथ ही एक कटिहार के सफेदपोश नेता के भी शामिल होने की बात सामने आई थी. तब मामले की जानकारी देते हुए रेल एसपी संजय भारती (Rail SP Sanjay Bharti) ने बताया था कि लूटे गये सोने के आभूषण में से कुल 457 ग्राम सोना, करीब 45,300 नेपाली करेंसी समेत करीब 20 लाख 57800 रुपए भारतीय करेंसी नगद बरामद कर लिया गया है. इस मामले में कुल छह अपराधियो को भी गिरफ्तार किया गया. जबकि इस पूरे कांड में करीब 14 से 15 लोगों की संलिप्तता सामने आयी. पुलिस अधीक्षक संजय भारती ने बताया था कि इस पूरे कांड की साजिश नेपाल में रची गई थी.