पटना: बिहार के ट्रक चालक 22 अक्टूबर की मध्यरात्रि से चक्का जाम आंदोलन करने वाले हैं, जिसके बाद राज्य में जरूरी चीजों की आपूर्ति पर असर पड़ सकता है. इसके साथ ही ट्रैफिक पर भी असर पड़ने की संभावना है. इसे देखते हुए परिवहन विभाग ने सभी डीएम और एसपी को पत्र लिखकर इस हड़ताल से सख्ती से निपटने को कहा है. हालांकि इस चक्का जाम में बिहार प्रदेश ट्रक मालिक संघ ने शामिल नहीं होने का ऐलान किया है. पटना, खगड़िया सहित राज्य के सभी जिलों में चालकों ने सड़क किनारे ट्रकों को खड़ा कर दिया है.
दरअसल, बिहार के ट्रक व्यवसायी नए मोटर वाहन अधिनियम को लेकर खासे नाराज हैं और नए प्रावधानों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर ट्रक ओनर्स ने पहले ही 22 अक्टूबर की मध्यरात्रि से हड़ताल पर जाने और चक्का जाम आंदोलन करने की घोषणा की थी. इस बात से ट्रक ओनर्स एसोसिएशन ने बिहार सरकार को भी अवगत करा दिया था. जिसके बाद बिहार सरकार के परिवहन विभाग ने सभी जिलों के डीएम, एसएसपी और एसपी को आदेश जारी कर इस आंदोलन पर कार्रवाई करने को कहा है.
आम जनजीवन के अस्त-व्यस्त होने की संभावना
पत्र के मुताबिक चक्का जाम आंदोलन से व्यावसायिक ट्रकों का परिचालन बंद हो सकता है, जिससे राज्य के कुछ हिस्सों में सामान्य यातायात और व्यापारिक गतिविधियों पर प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना है. चक्का जाम अभियान के दौरान व्यस्त मार्गों पर ट्रक खड़ा करके सामान्य ट्रैफिक में अवरोध उत्पन्न करने की कोशिश भी हो सकती है. इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त होने की आशंका है.
सख्त कार्रवाई के निर्देश
इसे देखते हुए परिवहन सचिव ने सभी व्यस्ततम मार्गो में पर्याप्त दंडाधिकारी और सशस्त्र पुलिस बल को तैनात रहने का आदेश दिया है. साथ ही यह भी कहा गया है कि 22 अक्टूबर की शाम से ही ऐसे इंतजाम किये जायें, ताकि कहीं भी कोई ट्रक चालक बीच रास्ते में ट्रक खड़ा ना कर सके. अगर कोई ट्रक चालक ऐसा करता है जिससे विधि व्यवस्था की परेशानी होती है तो उस पर नियम के अनुसार सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और इसके साथ ही मोटर वाहन अधिनियम के तहत भी ऐसे वाहन मालिकों और चालकों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
बिहार प्रदेश ट्रक मालिक संघ नहीं होगा शामिल
वहीं, बिहार प्रदेश ट्रक मालिक संघ ने इस चक्का जाम में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है. एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके बिहार प्रदेश ट्रक मालिक संघ के अध्यक्ष अक्षय कुमार शर्मा ने कहा है कि बिहार प्रदेश ट्रक मालिक संघ चक्का जाम से सहमत नहीं होने के कारण इस आंदोलन में शामिल नहीं होगा.
खगड़िया में भी चक्का जाम
वहीं खगड़िया जिला ट्रक एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष शिवराज यादव ने भी प्रेस वार्ता कर कहा कि नये कानून के विरोध में बुधवार से बिहार के सभी ट्रक सड़क किनारे खड़े मिलेंगे. नये कानून को काला कानून बताते हुए जिलाध्यक्ष ने 14 सूत्रीय मांग रखी. इसमें नये परिवहन कानून को रद्द कर पुराने कानून को लागू किया जाना शामिल है.
मांग पूरी होने तक चक्का जाम
ओवरलोडिंग के साथ ही माइनिंग के चालान कि वैधता समाप्त किये जाने की मांग रखी गई. साथ ही कहा कि चक्का जाम से अन्य वाहनों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. ना ही सड़क के आवागमन पर कोई प्रभाव पड़ेगा. जब तक हमारी मांग पूरी नही कर दी जाती, तबतक बिहार के सभी ट्रकों को सड़क किनारे खड़ा कर दिया जायेगा.