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बिहार जातीय जनगणना 2022: प्रगणको का दिया गया प्रशिक्षण..नजरी नक्शा बनाने की दी जानकारी

बिहार में जातीय जनगणना (caste census in biha) को लेकर पटना में प्रगणकों को प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण में नजरी नक्शा बनाने की जानकारी दी गई. नजरी नक्शा के तहत मकानों की गणना और उसे मैप पर कैसे रखा जाए. इन चीजों की जानकारी दी गई. पहले चरण में परिवार के मुखिया, परिवार के सदस्य और मकान के संबंध में जानकारी ली जाएगी.

जातीय जनगणना को लेकर पटना में प्रशिक्षण
जातीय जनगणना को लेकर पटना में प्रशिक्षण
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Published : Dec 27, 2022, 11:09 PM IST

जातीय जनगणना को लेकर पटना में प्रशिक्षण

पटना: बिहार की राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी में जातीय जनगणना को लेकर प्रशिक्षण (Training in Patna regarding caste census) का आयोजन किया गया. नगर परिषद मसौढ़ी के सभागार में मंगलवार को मसौढ़ी के सभी 187 प्रगणकों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया. इसमें बताया गया कि जाति आधारित गणना कैसे करनी है. वैसे 7 जनवरी से शुरू होने जा रहा है. इसके प्रथम चरण की शुरुआत को लेकर सभी प्रगणकों का प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है.


ये भी पढ़ेंः जनवरी से बिहार में जाति आधारित जनगणना की शुरुआत संभव, BJP बोली- बुलाएं सर्वदलीय बैठक

पहले चरण में मकानों का होगा सूचीकरणः प्रथम चरण के दौरान सबसे पहले मकानों का सूचीकरण किया जाएगा. उसके बाद परिवार, बेघर परिवार, आदि की गणना की जाएगी. बिहार जाति आधारित गणना 2022 के प्रथम चरण का एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन नगर परिषद के सम्राट कन्वेंशन हॉल में किया गया. इस मौके पर जिला की टीम और नगर परिषद मसौढ़ी के मास्टर ट्रेनर शामिल हुए. इस मौके पर सभी पदाधिकारी और बिहार निकाय के फील्ड ट्रेनर ने प्रशिक्षण लिया.

सात जनवरी से होगी जातीय जनगणना शुरूः प्रशिक्षक के रूप में मास्टर ट्रेनर ने सभी प्रगणकों को बिहार जाति आधारित गणना के महत्व उद्देश्य और कार्यान्वयन के बारे में विस्तारपूर्वक बताया. इसमें यह निर्देशित किया गया है कि गणना का कार्य दो चरणों में होना है. इसमें प्रथम चरण में संक्षिप्त मकान सूचीकरण का काम किया जाना है. इसकी अवधि 7 जनवरी से 21 जनवरी है. दूसरा चरण वास्तविक गणना का है. इसकी अवधि 1 अप्रैल से 30 अप्रैल की है. सभी चार्ज पदाधिकारी और फील्ड ट्रेनर अपने अपने क्षेत्र में प्रगणकों और पर्यवेक्षक को प्रशिक्षण दे रहे हैं.

187 प्रगणकों को दिया गया प्रशिक्षण: बिहार जातीय जनगणना को लेकर पहले चरण में परिवार के मुखिया, परिवार के सदस्य एवं मकान के संबंध में जानकारियां ली जाएगी. इसको लेकर नगर परिषद मसौढ़ी में तकरीबन 200 प्रशिक्षु इस कार्यक्रम में शामिल हुए. इसमें 187 प्रगणकों और 31 पर्यवेक्षक और सहायक चार्ज पदाधिकारी आदि शामिल हैं. सभी 7 जनवरी से प्रथम चरण के मकान सूचीकरण के कार्य में अपनी भागीदारी निभाएंगे. जाति आधारित गणना के दौरान आर्थिक स्थिति के सर्वेक्षण का भी प्रयास किया जाएगा. सारी डिटेल बुकलेट में अंकित करने के साथ ही मोबाइल ऐप में भी इंट्री की जानी है.


"यहां सभी प्रगणकों और पर्यवेक्षकों को जातीय जनगणना को लेकर प्रशिक्षण दिया गया. इसमें सभी को नजरी नक्शा को लेकर जानकारी दी गई. दो चरणों में जनगणना होनी है. पहले चरण में मकानों का सूचीकरण होगा. इसी को लेकर आज जानकारी दी गई"-सतीश कुमार, मास्टर ट्रेनर, बिहार जातीय जनगणना

जातीय जनगणना को लेकर पटना में प्रशिक्षण

पटना: बिहार की राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी में जातीय जनगणना को लेकर प्रशिक्षण (Training in Patna regarding caste census) का आयोजन किया गया. नगर परिषद मसौढ़ी के सभागार में मंगलवार को मसौढ़ी के सभी 187 प्रगणकों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया. इसमें बताया गया कि जाति आधारित गणना कैसे करनी है. वैसे 7 जनवरी से शुरू होने जा रहा है. इसके प्रथम चरण की शुरुआत को लेकर सभी प्रगणकों का प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है.


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पहले चरण में मकानों का होगा सूचीकरणः प्रथम चरण के दौरान सबसे पहले मकानों का सूचीकरण किया जाएगा. उसके बाद परिवार, बेघर परिवार, आदि की गणना की जाएगी. बिहार जाति आधारित गणना 2022 के प्रथम चरण का एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन नगर परिषद के सम्राट कन्वेंशन हॉल में किया गया. इस मौके पर जिला की टीम और नगर परिषद मसौढ़ी के मास्टर ट्रेनर शामिल हुए. इस मौके पर सभी पदाधिकारी और बिहार निकाय के फील्ड ट्रेनर ने प्रशिक्षण लिया.

सात जनवरी से होगी जातीय जनगणना शुरूः प्रशिक्षक के रूप में मास्टर ट्रेनर ने सभी प्रगणकों को बिहार जाति आधारित गणना के महत्व उद्देश्य और कार्यान्वयन के बारे में विस्तारपूर्वक बताया. इसमें यह निर्देशित किया गया है कि गणना का कार्य दो चरणों में होना है. इसमें प्रथम चरण में संक्षिप्त मकान सूचीकरण का काम किया जाना है. इसकी अवधि 7 जनवरी से 21 जनवरी है. दूसरा चरण वास्तविक गणना का है. इसकी अवधि 1 अप्रैल से 30 अप्रैल की है. सभी चार्ज पदाधिकारी और फील्ड ट्रेनर अपने अपने क्षेत्र में प्रगणकों और पर्यवेक्षक को प्रशिक्षण दे रहे हैं.

187 प्रगणकों को दिया गया प्रशिक्षण: बिहार जातीय जनगणना को लेकर पहले चरण में परिवार के मुखिया, परिवार के सदस्य एवं मकान के संबंध में जानकारियां ली जाएगी. इसको लेकर नगर परिषद मसौढ़ी में तकरीबन 200 प्रशिक्षु इस कार्यक्रम में शामिल हुए. इसमें 187 प्रगणकों और 31 पर्यवेक्षक और सहायक चार्ज पदाधिकारी आदि शामिल हैं. सभी 7 जनवरी से प्रथम चरण के मकान सूचीकरण के कार्य में अपनी भागीदारी निभाएंगे. जाति आधारित गणना के दौरान आर्थिक स्थिति के सर्वेक्षण का भी प्रयास किया जाएगा. सारी डिटेल बुकलेट में अंकित करने के साथ ही मोबाइल ऐप में भी इंट्री की जानी है.


"यहां सभी प्रगणकों और पर्यवेक्षकों को जातीय जनगणना को लेकर प्रशिक्षण दिया गया. इसमें सभी को नजरी नक्शा को लेकर जानकारी दी गई. दो चरणों में जनगणना होनी है. पहले चरण में मकानों का सूचीकरण होगा. इसी को लेकर आज जानकारी दी गई"-सतीश कुमार, मास्टर ट्रेनर, बिहार जातीय जनगणना

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