पटनाः बिहार में जाति आधारित गणना का काम चल रहा है. दूसरे चरण को लेकर गांव से लेकर शहर तक का प्रशिक्षण शुरू हो चुका है. पहले चरण में मकान सूचीकरण को लेकर कार्यक्रम होना है. ऐसे में अब दूसरे चरण में होने वाले जाति आधारित गणना जो मोबाइल ऐप और पोर्टल पर किया जाना है. जिसको लेकर प्रशिक्षण शुरू हो चुका है. पहले दिन पर्वेक्षक का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. मसौढी में आयोजित प्रशिक्षण में पर्यवेक्षक को काम के बारे में बताया गया.
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एप से होगा दूसरे चरण का कामः नगर मुख्यालय के नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी जगन्नाथ यादव प्रशिक्षण में शामिल रहे. उन्होंने कहा कि जाति गणना में दूसरे चरण का काम मोबाइल ऐप व पोर्टल पर होना है. इसके तकनीकी पहलुओं एवं फोरम में भरे जाने वाले 17 बिंदुओं के बारे में गणना से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. नगर परिषद मसौढ़ी के अंतर्गत कुल 170 प्रगणक और 28 पर्यवेक्षक को प्रशिक्षण दिया जाना है, जिसको लेकर बारी-बारी से प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
15 अप्रैल से दूसरे चरण का गणनाः कार्यपालक पदाधिकारी जगन्नाथ यादव ने बताया कि जाति गणना के व्यावहारिक बिंदुओं के बारे में जानकारी दी जाएगी. बताया कि 15 अप्रैल से 15 मई के बीच गणना होनी है. पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी जा रही है, परिवार के सभी सदस्यों के नाम, कृषि, धर्म, जाति, आवासीय भूमि, सहित अन्य डाटा मोबाइल में ऐप में डाउनलोड किया जाना है. यूजर आईडी पासवर्ड द्वारा उसे मोबाइल एप्स पोर्टल पर मिलान कराया जाएगा. यह प्रशिक्षण चार दिवसीय है पहले दिन पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
"दूसरे चरण में गिनती मोबाइल एप व गणना पत्रों एवं पोर्टल के माध्यम से होना है. जिसको लेकर सभी प्रगणक पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. यह प्रशिक्षण 4 दिनों तक चलेगा, जिसमें आज पहला दिन है. इस प्रशिक्षण में मसौढी के पर्यवेक्षक शामिल हुए हैं." जगन्नाथ यादव, कार्यपालक पदाधिकारी, मसौढ़ी