पटना: आज छठ महापर्व का तीसरा दिन है. शाम में डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. लिहाजा घाटों पर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. घाटों पर लाइट की पूरी व्यवस्था की गई है ताकि किसी को परेशानी ना हो. सुरक्षा के लिए भारी संख्या में जवानों की तैनाती की गई है.
36 घंटे का निर्जला उपवास
उससे पहले दूसरे दिन यानी गुरुवार को खरना पूजा की गई. खरना के दिन शाम के समय मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी को जलाकर कांसा-पीतल या मिट्टी के बर्तन में खरना का प्रसाद बनाया गया. जिसे खाने के साथ ही निर्जला उपवास शुरू हो गया. यूं तो छठ पूजा के पहले से ही छठ के गीत बजने लगते हैं और एक भक्तिमय माहौल सा बन जाता है. छठ पूजा में गीतों का भी काफी खास महत्व होता है. पटना के लोक गायिका रेणु कुमारी खुद छठ पूजा करती हैं. रेणू कुमारी ने बताया कि छठ पर्व सबसे बड़ा पर्व है जो आज देश और विदेश में भी मनाया जाता है. हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि हम छठ के गीत गाते हैं.