पटना: बिहार में कोरोना संकट के बीच लोगों को मौसम की भी मार झेलनी पड़ रही है. राज्य में वज्रपात से अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. मौसम विभाग की मानें तो अगले 72 घंटो में 18 जिलों में भारी बारिश की संभावना है. ऐसे में आपदा प्रबंधन विभाग लोगों से अपील कर रहा है कि जरूरत हो तभी घर से बाहर निकलें.
मौसम विभाग ने रोहतास, औरंगाबाद, गया, सारण वैशाली, समस्तीपुर, सहरसा, सुपौल मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, जमुई, बांका, भागलपुर और कटिहार जिले में अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में भारी बारिश के साथ ही वज्रपात को लेकर भी लोगों से सचेत रहने को कहा गया है. प्रशासन ने भी लोगों से घरों में ही सुरक्षित रहने की अपील की है.
ठनका से कैसे करें अपना बचाव
इस मुश्किल की घड़ी में कैसे अपना बचाव करें, इसके लिए ईटीवी भारत के संवाददाता ने पटना साइंस कॉलेज के पूर्व प्राचार्य और जियोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. बसंत कुमार मिश्र से बातचीत की है. इस दौरान पूर्व प्राचार्य डॉ. बसंत कुमार मिश्र ने बताया कि वज्रपात के कहर से हम अपना बचाव कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि ठनका गिरने से पहले लोगों को महज 30 सकेंड खुद के बचाव के लिए मिलता है. इसलिए लोगों को जैसे ही आकाश में बिजली का प्रकाश दिखाई दे, वैसे तुरंत किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाना चाहिए या फिर वहीं पर झुक जाना चाहिए.
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बिजली क्यों गिरती है
जियोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. बसंत कुमार मिश्र ने समझाया कि आखिर बिजली क्यों गिरती है. उन्होंने बताया कि तापमान अधिक होने के कारण हवा में धूल कण उड़कर जमीन की सतह से 10 से 12 किलोमीटर ऊपर चले जाते हैं. फिर वे छोटे-छोटे कण मिलकर एक बड़े आकार का विशाल टुकड़ा बन जाते हैं. वह जब आपस में टकराते हैं तो तापमान अधिक होने के कारण बिजली चमकती है. ये बिजली धरती की सतह से आकर टकराती है, जिससे लोगों को क्षति होती है.
30 सेकेंड ही मिलता है बचाव का मौका
पूर्व प्राचार्य डॉ. बसंत कुमार मिश्र ने बताया कि बिजली गिरने के समय केवल 30 सेकेंड का समय ही लोगों के पास बचाव के लिए होता है. उन्होंने कहा कि एक से 30 तक की गिनती के समय के बराबर ही आसमान से बिजली को जमीन तक पहुंचने में लगता है. यही वो समय होता है, जब लोग अपना बचाव कर सकते हैं. डॉ. बसंत कुमार मिश्र ने बताया कि जो लोग खराब मौसम खेतों में काम कर रहे होते हैं और अचानक बिजली चमकती है तो वैसी स्थिति में उन्हें तुरंत नीचे की तरफ झुक जाना चाहिए. इससे वे वज्रपात की चपेट में आने से बच सकते हैं.
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
बता दें कि मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए बताया है कि 29 जून तक बिहार के हर जिलें में भारी बारिश के बाद वज्रपात की संभावना है. ऐसे में लोगों को भी सावधान होने की जरूरत है. गौरतलब है कि अब तक बिहार में अलग-अलग जिलों के विभिन्न क्षेत्रों में आकाशीय बिजली (वज्रपात) गिरने से 105 लोगों की मौत हो चुकी है.
सीएम नीतीश ने जताया शोक
वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए मृतकों के परिजनों को गुरुवार को ही अनुग्रह अनुदान की राशि देने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.
वज्रपात से अब तक हुई मौत का जिलेवार आंकड़ा:
- गोपालगंज- 13
- भागलपुर- 8
- औरंगाबाद- 8
- पूर्णिया- 9
- नवादा- 8
- मधुबनी- 8
- सिवान- 8
- पूर्वी चंपारण- 5
- दरभंगा- 5
- बांका- 5
- खगड़िया- 3
- जमुई- 3
- पश्चिम चंपारण- 2
- समस्तीपुर- 2
- सीतामढ़ी- 2
- सुपौल- 2
- बक्सर- 2
- बेतिया- 2
- कैमूर- 2
- किशनगंज- 1
- शिवहर- 1
- सारण- 1
- जहानाबाद-1
- मधेपुरा- 1
- सहरसा- 1
- बक्सर- 1
- अररिया- 1