पटना: बिहार विधानसभा सत्र (Bihar Assembly Session) की शुरुआत होते ही पटना के गर्दनीबाग (Patna Gardanibagh) धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों (Protesters) का जत्था विधानसभा (Assembly) घेराव और अपनी मांगों को पूरा करवाने के समर्थन में पहुंच जाता है. हालांकि, इस वर्ष कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) के कारण पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों का ज्यादा हुजूम देखने को नहीं मिल रहा है. बावजूद इसके पटना जिला प्रशासन ने अपने स्तर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.
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बिहार विधानसभा सत्र के दौरान प्रदर्शनकारी बिहार विधानसभा के नजदीक पहुंच सके. इसको लेकर चार चेकपोस्ट बनाए गए हैं जिस पर जिला मजिस्ट्रेट की तैनाती के साथ-साथ पटना पुलिस के पुरुष और महिला जवानों को तैनात किया गया है. इसके साथ ही इन पोस्टों पर एक पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति भी की गई है. सभी चेक पोस्ट पर मौजूद पुलिस पदाधिकारी दंडाधिकारी और पुलिस बल के जवान पूरी मुस्तैदी के साथ पूरे बिहार विधानसभा सत्र के दौरान अपनी ड्यूटी निभाते नजर आ रहे हैं.
वहीं, पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल से महज चंद कदम की दूरी पर बनाए गए पुलिस चेक पोस्ट में मौजूद सेक्टर प्रभारी अरुण कुमार बताते हैं कि पूरे बिहार विधानसभा सत्र के दौरान पुलिसकर्मी पूरे चौक पर मुस्तैद रहते हैं, जिससे प्रदर्शनकारी किसी भी सूरत में बिहार विधानसभा के नजदीक ना पहुंच पाए. इसको लेकर पूरी एहतियात बरती जाती है.
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बिहार विधानसभा के 26 जुलाई से 30 जुलाई तक चलने वाले मानसून सत्र (Monsoon Seassion) में कोरोना को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. दूसरे दिन की कार्यवाही भारी हंगामे के बीच बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई. आपको बता दें कि विपक्ष ने 30 जुलाई तक सदन का बहिष्कार किया हुआ है.