पटना: बिहार में दक्षिण पश्चिम मानसून (Monsoon) पूरी तरीके से सक्रिय है. बारिश भी सामान्य से काफी अधिक दर्ज की जा रही है. जून महीने में मानसून की सक्रियता भी अधिक रही है. मौसम विज्ञान केंद्र (Meteorological Center) के मौसम वैज्ञानिक आनंद शंकर ने बताया कि जून महीने के अंतिम सप्ताह में भी मानसून सक्रिय रहेगा. बिहार में 1 जून से लेकर अब तक सामान्य वर्षा 127.1 मिलीमीटर दर्ज होनी थी, लेकिन 307.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.
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बिहार के सभी जिलों में अच्छी बारिश दर्ज हुई है. सबसे अधिक बारिश पश्चिमी चंपारण में 641.9 मिलीमीटर दर्ज की गई है. बिहार में अब तक सामान्य से 142 मिलीमीटर बारिश अधिक दर्ज की गई है. मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि जैसा कि हमारा पूर्वानुमान था कि जून महीने में मानसून काफी सक्रिय रहेगा और बारिश भी काफी अधिक दर्ज होगी उसी प्रकार से बारिश दर्ज की गई है.
''जून महीने का अंतिम सप्ताह और जुलाई महीना काफी महत्वपूर्ण होता है. इस दौरान वज्रपात की भी संभावनाएं काफी रहती हैं. वज्रपात के मामले भी अधिक देखने को मिले हैं. आने वाले अगले दो-तीन दिनों के दौरान बारिश में थोड़ी कमी आएगी, फिर उसके बाद मानसून सक्रिय होगा.''- आनंद शंकर, मौसम वैज्ञानिक
जुलाई में मानसून रहेगा सक्रिय
जुलाई महीने तक मौसम की स्थिति इसी प्रकार बरकरार रहने वाली है. हालांकि, जिस तरीके से मानसून की सक्रियता दिख रही है, प्रतिदिन बिहार के विभिन्न जिलों में बारिश दर्ज हो रही है. मौसम वैज्ञानिक ने लोगों से भी अपील की है कि लोग जून के अंतिम सप्ताह और जुलाई महीने में थोड़ी सावधानी बरतें.
लोगों से सावधानी बरतने की अपील
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से बिहार में तेज बारिश और वज्रपात हो रही है, ऐसे में जानमाल का खतरा बढ़ गया है. पिछले दिनों में वज्रपात से काफी लोगों की मौत हुई है. इसलिए लोग कोशिश करें कि जब भी तेज बारिश हो, बादल गरजे तो लोग घरों से बाहर ना निकले. यदि बाहर हैं तो पक्के मकान में शरण लें.
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मानसून की सक्रियता
आपको बता दें कि मौसम विभाग ने पहले ही बताया है कि जून महीने में मानसून की सक्रियता अधिक रहेगी, लेकिन इसके बावजूद तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी. वहीं, जुलाई महीने से मानसून की सक्रियता में थोड़ी कमी आएगी और इस बार मानसून सामान्य से थोड़ा कम लगभग 95% दर्ज किया जाएगा.