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पटना में टीईटी शिक्षकों का प्रदर्शन, शिक्षक संघ गोपगुट के बैनर तले रखी ये मांगें

शिक्षक संघ गोपगुट (Teachers Union Gopgut) के बैनर तले प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये शिक्षकों ने सराकर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. टीचरों ने कहा कि अधिकारियों के उपेक्षापूर्ण रवैया के कारण शिक्षकों का जीवन कठिनाइयों में गुजर रहा है.

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Published : Feb 28, 2022, 8:13 PM IST

पटनाः बिहार शिक्षा परियोजना परिषद कार्यालय (Bihar Education Project Council) के समक्ष सोमवार को टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट के बैनर तले प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये सैकड़ों शिक्षकों (TET teachers protest in patna) ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान टीचरों ने शिक्षा विभाग से उनकी मांगों को जल्द पूरा करने की बात कही. साथ ही आंदोलन की भी चेतावनी दी.

ये भी पढ़ेंः TET और STET पास अभ्यर्थी कर रहे हैं मांग, सातवें चरण में बहाली जल्द शुरू करे सरकार

प्रदर्शन में शामिल शिक्षकों का कहना है कि सूबे के सभी जिलों के स्थानीय निकायों में नियुक्त शिक्षक समय पर वेतन नहीं मिलने, एरियर भुगतान में वर्षों से विलंब सहित अन्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं. नियमित वेतन भुगतान को लेकर बिहार शिक्षा परियोजना और शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों का रवैया उपेक्षापूर्ण रहा है. जिससे शिक्षकों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ेंः शिक्षक अभ्यर्थी ध्यान दें, जानिए सातवें चरण में क्या-क्या हो सकते हैं बदलाव!

वर्षों से लंबित एरियर को लेकर बिहार शिक्षा परियोजना की उदासीनता पर शिक्षक भड़के हुए हैं. यही वजह है कि आज उन्होंने बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के समक्ष प्रदर्शन किया. शिक्षक प्रदर्शन में सूबे के विभिन्न जिलों के सैकड़ों शिक्षकों ने भागीदारी दी. अविलंब अलाटमेंट नहीं होने की स्थिति में धारावाहिक आंदोलन की चेतावनी भी दी गई. शिक्षकों ने बताया कि पांच से पंद्रह मार्च के बीच सूबे के तमाम प्रखंडों में शिक्षक सम्मेलन होगा. 26 मार्च को सूबे के तमाम जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन होगा. तीन अप्रैल को राज्यस्तरीय टीईटी शिक्षक महासम्मेलन होगा.

ये भी पढ़ेंः Bihar Budget 2022: शिक्षा के लिए बिहार बजट से दिए गए 39191 करोड़ 87 लाख रुपये, कुल बजट का 16.5 फीसदी

प्रदर्शन को संबोधित करते हुए शिक्षक संघ गोपगुट के प्रदेश अध्यक्ष मार्कंडेय पाठक ने कहा कि शिक्षकों के वर्षों से लंबित एरियर भुगतान के मसले पर अधिकारियों का उपेक्षापूर्ण रवैया शर्मनाक है. रोज नये नये शिगूफे छोड़ने में जूटी शिक्षा विभाग प्रोन्नति एवं पदौन्नति मामले में भी विभागीय नियमावली की तोड़ मरोड़ रही है. पंद्रह फीसदी बढ़ोतरी मसले पर फिक्सेशन कार्य धीमी गति से चल रही. शिक्षक चुप नही बैठनेवाले हैं. अविलंब अलाटमेंट नहीं होने की स्थिति में बिहार का शिक्षक समाज आंदोलन की दिशा में बढ़ेगा.

बता दें कि अपनी कई मांगों को लेकर आज शिक्षकों के द्वारा पटना में उग्र प्रदर्शन किया गया. साथ ही एक दिवसीय अनशन कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई. जिन मांगों को लेकर आज प्रदर्शन किया गया उनमें पुराने पेंशन की बहाली, नियमावली के अधिनियमों के अंतर्गत प्रोन्नति व पदौन्नति, नियमित वेतन भुगतान और लंबित एरियर भुगतान की मांग शामिल है.

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पटनाः बिहार शिक्षा परियोजना परिषद कार्यालय (Bihar Education Project Council) के समक्ष सोमवार को टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट के बैनर तले प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये सैकड़ों शिक्षकों (TET teachers protest in patna) ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान टीचरों ने शिक्षा विभाग से उनकी मांगों को जल्द पूरा करने की बात कही. साथ ही आंदोलन की भी चेतावनी दी.

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प्रदर्शन में शामिल शिक्षकों का कहना है कि सूबे के सभी जिलों के स्थानीय निकायों में नियुक्त शिक्षक समय पर वेतन नहीं मिलने, एरियर भुगतान में वर्षों से विलंब सहित अन्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं. नियमित वेतन भुगतान को लेकर बिहार शिक्षा परियोजना और शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों का रवैया उपेक्षापूर्ण रहा है. जिससे शिक्षकों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.

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वर्षों से लंबित एरियर को लेकर बिहार शिक्षा परियोजना की उदासीनता पर शिक्षक भड़के हुए हैं. यही वजह है कि आज उन्होंने बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के समक्ष प्रदर्शन किया. शिक्षक प्रदर्शन में सूबे के विभिन्न जिलों के सैकड़ों शिक्षकों ने भागीदारी दी. अविलंब अलाटमेंट नहीं होने की स्थिति में धारावाहिक आंदोलन की चेतावनी भी दी गई. शिक्षकों ने बताया कि पांच से पंद्रह मार्च के बीच सूबे के तमाम प्रखंडों में शिक्षक सम्मेलन होगा. 26 मार्च को सूबे के तमाम जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन होगा. तीन अप्रैल को राज्यस्तरीय टीईटी शिक्षक महासम्मेलन होगा.

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प्रदर्शन को संबोधित करते हुए शिक्षक संघ गोपगुट के प्रदेश अध्यक्ष मार्कंडेय पाठक ने कहा कि शिक्षकों के वर्षों से लंबित एरियर भुगतान के मसले पर अधिकारियों का उपेक्षापूर्ण रवैया शर्मनाक है. रोज नये नये शिगूफे छोड़ने में जूटी शिक्षा विभाग प्रोन्नति एवं पदौन्नति मामले में भी विभागीय नियमावली की तोड़ मरोड़ रही है. पंद्रह फीसदी बढ़ोतरी मसले पर फिक्सेशन कार्य धीमी गति से चल रही. शिक्षक चुप नही बैठनेवाले हैं. अविलंब अलाटमेंट नहीं होने की स्थिति में बिहार का शिक्षक समाज आंदोलन की दिशा में बढ़ेगा.

बता दें कि अपनी कई मांगों को लेकर आज शिक्षकों के द्वारा पटना में उग्र प्रदर्शन किया गया. साथ ही एक दिवसीय अनशन कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई. जिन मांगों को लेकर आज प्रदर्शन किया गया उनमें पुराने पेंशन की बहाली, नियमावली के अधिनियमों के अंतर्गत प्रोन्नति व पदौन्नति, नियमित वेतन भुगतान और लंबित एरियर भुगतान की मांग शामिल है.

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