पटना: राज्य में चल रहे पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election 2021) में मतदान से लेकर मतगणना की प्रक्रिया में नए सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जा रहा है. इसी कड़ी में अब तक कई राज्य के निर्वाचन आयुक्त बिहार पहुंचकर बिहार में चल रहे पंचायत चुनाव को देख संतुष्ट हुए. वहीं, तेलंगाना के निर्वाचन आयुक्त श्री सी पार्थ (Telangana Election Commissioner In Bihar) भी बिहार के नालन्दा और गया जिला पहुंचे. उन्होंने चुनाव के दिन मतदान केंद्रों पर बायोमेट्रिक मशीन को देखा. साथ ही मतगणना में प्रयोग किये जा रहे ओसीआर टेक्नोलॉजी (OCR Technology) को देखकर खुशी जाहिर की.
इसे भी पढ़ें: Bihar Panchayat Election: RJD प्रवक्ता रितु जायसवाल के पति सिंहवासिनी के बने मुखिया
तेलंगाना आयुक्त तीन दिवसीय बिहार दौरे के दौरान अपनी टीम के साथ पटना राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यालय पहुंचे. जहां राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ दीपक प्रसाद ने तेलंगाना के आयुक्त को बुद्ध की प्रतिमा देकर सम्मानित किया. पार्थ ने पंचायत निर्वाचन आयुक्त को धन्यावाद दिया. इसके साथ ही कहा कि बिहार में बायोमेट्रिक तरीके से चुनाव (Biometric Election In Bihar) कराना मुश्किल था, लेकिन आयुक्त का प्रयास काफी सफल दिख रहा है.
ये भी पढ़ें: बिहार पंचायत चुनाव: मोहनपुर व बाराचट्टी प्रखंड के मतों की गिनती जारी, प्रत्याशियों की बढ़ी धड़कनें
तेलंगाना आयुक्त ने कहा कि राज्य में पंचायत चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र तरीके से कराया जा रहा है. जिसका नतीजा है कि देश के कई राज्य के निर्वाचन आयुक्त बिहार चुनाव में विजिट कर रहे हैं. बिहार में चुनाव के दौरान जिस टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जा रहा है, उसे देखकर काफी खुशी मिली. उन्होंने बताया कि तेलांगना में बायोमेट्रिक के तर्ज पर पहले से फेस डिडक्टिंग का प्रयोग किया जाता है. जिससे वोटरों की पहचान होती है. उन्होंने बताया कि बिहार में मतगणना के दौरान ओसीआर सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया जा रहा है. इससे मतगणना पूरे तरीके से निष्पक्ष हो रहा है और तेजी से गणना की जा रही रहा है. इस मॉडल को तेलांगना भी प्रयोग करेगा.
पार्थ ने कहा कि पहले बिहार में चुनाव के दौरान बूथ पर मारपीट की घटनाएं ज्यादा होती थी लेकिन इस बार बूथ कैप्चरिंग की बात दूर मतदाता के मन में जहन में विश्वास बढ़ा है. उन्होंने बताया कि टीम ओसीआर सॉफ्टवेयर से संतुष्ट है. तेलंगाना जाने के बाद समीक्षा की जाएगी. जिससे आने वाले समय मे जब भी चुनाव होगा, तो ओसीआर टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जा सके.
बता दें कि मतगणना में ओसीआर से मतगणना कराया जा रहा है. जिसमें 38,916 मतदान केंद्र पर जिला परिषद सदस्य के 9,820, ग्राम पंचायत मुखिया के 9,713, पंचायत समिति सदस्य के 9,462 और ग्राम पंचायत सदस्य के 9,921 का मतगणना ओसीआर टेक्निक से कराया गया है.
'जो भी आप टेक्नोलॉजी यूज कर रहे हैं, वे 100 प्रतिशत करेक्ट होना चाहिए. हमारे पास फेस डिडक्टिंग टेक्नोलॉजी है, जो कि हाईली है. बिहार में जो आसीआर टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जा रहा है वह ट्रांसपेरेंसी है. इसकी मॉनिटरिंग इजी है और डैशबोर्ड पर सबकुछ देखा जा सकता है. आने वाले समय में तेलंगाना में भी ओसीआर टेक्नोलॉजी से इलेक्शन कराने की कोशिश की जाएगी.' -श्री सी पार्थ, निर्वाचन आयुक्त, तेलंगाना
ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP.