पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की आहट मिलते ही प्रदेश में सियासी घमासान तेज होने लगा है. शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने पिता लालू यादव से मिलने के बाद पटना वापस लौटे. पटना पहुंचने के बाद तेजस्वी ने तरुण यादव के मामले पर बिना नाम लिए बिहार सरकार में मंत्री नीरज कुमार पर तीखे प्रहार किये. उन्होंने कहा कि 'जो लोग तरुण मामले को लेकर इतने इच्छुक है, वे अपने नानी नीतीश कुमार से जाकर तरुण के बारे में पूछे.'
'तरुण नहीं बेरोजगारों पर हो बात'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार में बेवजह ही तरुण कौन है, तेजस्वी कहां है. इसको लेकर हो-हल्ला मचा हुआ है. उन्होंने मंत्री नीरज का बिना नाम लिए कहा कि 'जिन लोगों को तरुण-तेजस्वी के बारे में नहीं पता है. वे अपने नानी नीतीश कुमार से जाकर पूछे. वहीं,उन्होंने सीएम नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि इस समय पूरा बिहार जब मुसीबत में है. बिहार लाखों प्रवासी वापस आए हैं, उन्हें मदद की जरूरत है. तब 90 दिन से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार घर से बाहर नहीं निकले हैं. ऐसे मुख्यमंत्री के बारे में हम क्या कहें. अब तो विपक्ष ही एक अन्ने मार्ग जाएगा और मुख्यमंत्री को ढूंढने की कोशिश करेगा कि वह किस बिल में छिपे हुए हैं.
'जनता के सामने लाएंगे सच्चाई'
राजद नेता ने कहा कि बिहार में करोड़ों बेरोजगार है. लाखों लोग अन्य राज्यों से वापस आए हुए हैं. नीतीश कुमार गरीब बेरोजगारों को क्रिमिनल समझते हैं और डंडे बरसाते हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग बेबुनियाद बातें कर रहे हैं. जनता को भ्रमित कर रहे हैं. उनका असली चेहरा वे जल्द ही जनता के सामने उठाएंगे. थोड़ा धैर्य रखें लोग अभी क्या-क्या होगा जल्द ही पता चल जाएगा. तेजस्वी ने कहा कि जदयू के लोग छटपटाहट में हाथ-पैर चला रहे हैं. उनकी सरकार जाने वाली है. उन्होंने कहा कि हमने तो अभी से ही मान लिया कि इनकी सरकार जाने वाली है.
'जनता के लिए उठाते रहेगे आवाज'
तेजस्वी यादव ने कहा कि जदयू के लोग घटिया स्तर की राजनीति पोस्टरबाजी पर उतर आई है. चुनाव नजदीक है और इनको मालूम हो गया है कि बिहार में हम कुछ ही दिनों के मेहमान है. इस वजह से ये लोग इस तरह के हथकंडे अपना रहे. उन्होंने कहा कि इनकी (नीतीश कुमार) सोच बस वोट तक ही सीमित है. हम बिहार के गरीबों और बेरोजगारों के लिए सोच रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राजद की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. वे जनता की आवज को उठा रहे हैं और आगे भी उठाते रहेगें.
क्या है तरुण यादव मामला?
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव को नजदीक देख बिहार में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. इससे पूर्व बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार ने राजद सुप्रीमों लालू यादव पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा था कि आरजेडी प्रमुख ने सत्ता में रहते हुए लोगों से नौकरी के बदले जमीन लिखवा ली थी. खरीदार के रूप में तेजप्रताप यादव और तरुण कुमार यादव का नाम दर्ज है. उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा था कि राजद को यह जबाव देना चाहिए कि आखिर तरुण यादव कौन है?