पटना: राज्यपाल के अभिभाषण के प्रश्नोत्तर के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव पर गुस्सा दिखाया. इस संबंध में पूर्व मंत्री और जदयू नेता महेश्वर हजारी ने कहा कि नीतीश का गुस्सा स्वाभाविक है. जो बात सही नहीं है उसे बार-बार कहेंगे तो किसी को भी गुस्सा आ सकता है. विपक्ष की ओर से जिस प्रकार से चर्चा की गई वह दुर्भाग्यपूर्ण है.
आ रही थी अहंकार की बू
महेश्वर हजारी ने कहा "जिन बातों में कोई सत्यता नहीं है उसे लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर में बार-बार कहना सबको खराब लग रहा था. इस तरह से चीजों की चर्चा करना दुर्भाग्यपूर्ण है. जिस प्रकार से बातें कही जा रही थी अहंकार की बू आ रही थी. सदन की कार्यवाही नियम कायदे से चलती है. जिन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है उन्हें अपनी भूमिका सही ढंग से निभानी चाहिए."
"विधानसभा में 105 नए सदस्य आए हैं. उन्हें भी सीखने का मौका मिलेगा. विपक्ष के नेता भी सरकार के ही अंग होते हैं. इसलिए नियम कायदे से उन्हें भी चलना होगा. इस तरह से बात करना अशोभनीय है."- महेश्वर हजारी, पूर्व मंत्री और जदयू नेता
गौरतलब है कि शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान तेजस्वी यादव के आरोपों पर नीतीश कुमार का जो रौद्र रूप दिखा पहले इस तरह से कभी सदन के अंदर नहीं दिखा था. पक्ष और विपक्ष के सदस्य भी इसको लेकर चर्चा करते दिखे.