नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कल नया गाइड लाइन जारी किया था. कोरोना लॉकडाउन के कारण जो छात्र और मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हैं. वह अपने घर जा सकते हैं. बसों से सबको को ले जाना होगा व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. वहीं, बिहार सरकार की तरफ से डिप्टी सीएम सुशील मोदी व कई मंत्रियों ने कहा है कि बाहर से बिहारियों को लाना संभव नहीं है, क्योंकि सरकार के पास भारी संख्या में बस नहीं है.
1.70 लाख बसों की पड़ेगी जरूरत
बिहार सरकार की ओर से कहा गया है कि बिहार से बाहर 25 लाख बिहारी मजदूर हैं और उन सबको सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए बसों से बिहार लाया गया तो 1.70 लाख बसों की जरुरत पड़ेगी और इतनी बस बिहार के पास नहीं है. बता दें बिहार सरकार के पास अपने सिर्फ 600 बस हैं.
2 हजार बस बिहार सरकार को देने के लिए तैयार
बिहार से आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा है कि बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 2 हजार बस बिहार सरकार को देने के लिए तैयार हैं. इसलिये सरकार से आग्रह है कि आप बहाना छोड़ें और दूसरे राज्यों में फंसे बिहारियों को लाना शुरु करें. वहीं, उन्होंने कहा कि बिहार सरकार लगातार इस मुद्दे को सिरियसली नहीं ले रही है, दूसरी राज्यों में जो बिहारी फंसे हैं. बहुत कष्ट में हैं. बिहार सरकार को उन सब का दर्द समझना चाहिए. बिहार सरकार अब कुछ ना सोचे सीधा काम करना शुरू करें.