पटना: महागठबंधन में कोआर्डिनेशन कमेटी को लेकर सियासत तेज हो गई है. जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी लगातार राष्ट्रीय जनता दल से कोआर्डिनेशन कमेटी बनाने की मांग कर रहे हैं. बुधवार को तेजस्वी यादव ने मांझी की मांग पर पलटवार करते हुए कहा कि कोआर्डिनेशन कमेटी थी, तभी तो उनके बेटे को राजद ने अपने कोटे से एमएलसी बना दिया.
कोआर्डिनेशन कमेटी बनाने की मांग
बता दें कि जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी ने पिछले दिनों बैठक कर राष्ट्रीय जनता दल को 31 मार्च तक का अल्टीमेटम दिया है. ये तीनों नेता महागठबंधन में जल्द से जल्द एक कोआर्डिनेशन कमेटी बनाने की मांग कर रहे हैं. उनकी डिमांड है कि कोआर्डिनेशन कमेटी बनाई जाए और उसमें तमाम दलों के नेता शामिल हों. जो महागठबंधन के नेता का चुनाव करें. वहीं, इधर राष्ट्रीय दल लगातार कोआर्डिनेशन कमेटी की मांग को दरकिनार कर रहा है.
तेजस्वी यादव ने किया पलटवार
कहीं न कहीं राजद की तरफ से इसके संकेत दिए जा रहे हैं, क्योंकि विपक्ष में और महागठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल है. इसलिए लालू यादव ही महागठबंधन के तमाम फैसले लेंगे. बुधवार को पटना में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए आखिरकार तेजस्वी यादव ने साफ कर दिया. उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी को यह नहीं भूलना चाहिए कि राजद ने अपने कोटे से उनके बेटे को एमएलसी बनाया है. तेजस्वी यादव की बातों से यह तो साफ हो गया कि महागठबंधन के अन्य दलों की डिमांड के आगे राष्ट्रीय दल झुकने वाला नहीं है.