पटना: कोरोना काल में नेता प्रतिपक्ष सरकार की खुलकर बखिया उधेड़ रहे हैं. लागातार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये वे सरकार की कमियों को उजागर कर रहे हैं. वहीं, सरकार से विपक्ष के सुझावों को अमल में लाने की मांग कर रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष ने अपने सरकारी आवास को कोविड केयर सेंटर बनाकर सरकार से इसे उपयोग में लाने की मांग भी की है.
नीतीश कुमार को फिर कहा थका हुआ मुख्यमंत्री
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आज फिर फेसबुक लाइव के जरिये जनता से जुड़े. इस मौके पर उन्होंने एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार को थका हुआ मुख्यमंत्री कहा. उन्होंने कहा कि बिहार में अस्पतालों के हाल जर्जर हैं. कई अस्पतालों में मरीज फर्श पर हैं. वहां दरी तक बिछाई नहीं गई है.
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सरकार को कौन सी भाषा समझ में आती पता नहीं
सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री 2006 से अस्पतालों का निर्माण करा रहे हैं. इन अस्पातलों में मरीजों का इलाज नहीं होता है, बल्कि इनमें कुत्तें सोये रहते हैं. साथ ही विपक्ष के सहयोग करने की बात पर उन्होंने कहा," सरकार को हमारी भाषा समझ नहीं आती है. सरकार कौन सी भाषा समझती है, ये समझ नहीं आ रही".
स्वास्थ्य मंत्री खुद वेंटिलेटर टेक्निशियन की कमी मान रहे
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री के वेंटिलेटर टेक्निशियन की कमी वाले बयान पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मंगलपांडे खुद कह रहे हैं वैंटिलेटर चलाने वाला नहीं मिल रहा है. जबकि विपक्ष इन रिक्त पदों को भरने की मांग कई साल से कर रहा है.
'सत्ता पक्ष के लोग कई दिनों से पूछ रहे हैं नेता प्रतिपक्ष कहां है? जबकि वे हमारा सहयोग नहीं कर रहे. हम सड़को पर जनता के उतरते हैं तो हमपर मुकदमा दायर कर दिया जाता है. नकारात्मक राजनीति सत्ता में बैठे हुए लोग कर रहे हैं. इनसे 15 साल में कोई काम नहीं किया गया'.- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
वहीं, उन्होंने कहा कि एमबीबीएस के 900 छात्र सरकार के कुछ मांगों के साथ काम करने को तैयार हैं. हम सभी शर्तों को मानते हैं. सरकार का इरादा क्या है. इस दिशा में पता नहीं.
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