पटनाः प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को शिक्षक संघ बिहार राज्य एवं जिला स्तरीय संघ के पदाधिकारियों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की गई. इस दौरान केशव कुमार ने कहा कि सरकार शिक्षकों को लगातार अपमानित करने का कार्य कर रही है.
प्रदेश अध्यक्ष ने की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक
संघ के नेताओं ने बैठक के जरिए सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, हड़ताल समाप्ति के दौरान सरकार ने वादा किया था की सामान्य स्थिति होने पर संघ से वार्ता कर मांगों के संदर्भ में न्यायोचित कदम उठाएंगे जो कथनी तक ही सीमित रह गई. सरकार की ओर से स्वीकृत सेवा शर्त में पुरुष शिक्षकों के लिए म्यूचुअल स्थानांतरण का होना काफी मुश्किल है. ईएल 300 दिन के बदले 120 दिन देना, एसीपी का लाभ नहीं देना, सेवा निरंतरता में वरीयता का लाभ नहीं देना तथा भूतलक्षी प्रभाव से न देकर भविष्य में देना, प्रमोशन का स्पष्ट नीति न होना, अनुकंपा में असमानता, सुप्रीम कोर्ट में 20% वेतन वृद्धि का हलफनामा देने के बावजूद सिर्फ 15% वेतन वृद्धि देना वो भी अप्रैल 2021 से, न नियोजन इकाई को भंग करना, न राज्यकर्मी बनाना, न पुराने शिक्षकों की तरह सेवा शर्त एवं वेतन देना नियोजित शिक्षकों के साथ अन्याय है.
'सेवा शर्त विवाह में बिन दुल्हन दहेज की तरह'
केशव कुमार ने कहा कि जिस प्रकार पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के सभी फैसले को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बदल दिया. उसी प्रकार अगली सरकार इस निर्णय को बदल देगी और सेवा शर्त पुनः पांच वर्षों के लिए लटकी रह जाएगी. अगस्त 2020 का निर्णय अप्रैल 2021 से लागू करने की घोषणा समझ से परे एवं शिक्षकों के साथ धोखा है. यह सेवा शर्त विवाह में बिन दुल्हन दहेज की तरह है. हम इसका पूर्णतया विरोध करते हैं. गुरुवार को बिहार के सभी जिला मुख्यालयों और प्रखंड मुख्यालयों में नई सेवा शर्त की प्रति जलाकर विरोध किया जाएगा.
बैठक में कई अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार, उपाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह, मनोज श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, प्रदेश सचिव ऋतुराज सौरव, मोहम्मद फखरुद्दीन राज्य प्रतिनिधि धनंजय मिश्रा, आशुतोष चौधरी, जहानाबाद जिलाध्यक्ष शम्भु शंकर, रोहतास जिलाध्यक्ष उत्तम प्रकाश पांडे, शिवहर जिलाध्यक्ष उमेश तिवारी, पूर्वी चम्पारण जिलाध्यक्ष सतीश कुमार सिंह, पश्चिम चम्पारण जिलाध्यक्ष अमित श्रीवास्तव, पटना जिलाध्यक्ष रामसेखर कुमार, दरभंगा जिलाध्यक्ष सौरभ कुमार सिंह, सारण जिलाध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह, बक्सर जिलाध्यक्ष संजय उपाध्याय, किशनगंज जिला संयोजक दीपक पासवान, कटिहार जिला संयोजक मो. समा, खगड़िया सचिव अशोक कुमार, मुख्य रूप से शामिल हुए.