पटना: बिहार में सभी जिला मुख्यालयों में 16 से 21 अक्टूबर तक 6 दिवसीय शिक्षकों का आवासीय प्रशिक्षण प्रस्तावित है. आज आवासीय प्रशिक्षण का पहला दिन है और नवरात्र के मौके पर शिक्षकों के लिए आवासीय प्रशिक्षण आयोजित किए जाने का तमाम शिक्षक विरोध कर रहे हैं. शिक्षक संगठनों ने इसको लेकर विरोध जताया है और शिक्षक संगठनों के आह्वान पर आवासीय प्रशिक्षण के पहले दिन आज सोमवार को भूख हड़ताल पर रहते हुए शिक्षक प्रशिक्षण कार्य करेंगे.
सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम: शिक्षक संगठनों ने सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. उनका कहना है कि सरकार इस प्रशिक्षण कार्य को रद्द करते हुए आगे के लिए प्रस्तावित करें अन्यथा तमाम शिक्षक इस आवासीय प्रशिक्षण कार्य का बहिष्कार करेंगे. टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ बिहार के प्रदेश संयोजक राजू सिंह ने कहा कि 19 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक सभी सरकारी विद्यालयों में दुर्गा पूजा का अवकाश पूर्व से ही घोषित है.
भूख हड़ताल पर रहकर करेंगे प्रशिक्षण प्राप्त: राजू सिंह ने कहा कि अपने आक्रोश को प्रदर्शित करने के लिए तमाम प्रशिक्षण स्थल पर शिक्षक आज एक दिवसीय भूख हड़ताल पर रहकर प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. नवरात्र के समय सफेद नमक इस्तेमाल नहीं होता बल्कि सेंधा नमक इस्तेमाल होता है. भोजन में लहसुन प्याज का प्रयोग नहीं होता. कई प्रकार की अवरोध है और सरकार से पहले भी इसको लेकर अनुरोध किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों को प्रशिक्षण लेने में कोई आपत्ति नहीं है बल्कि नवरात्र के समय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित होने से आपत्ति है.
"सरकार को मंगलवार, 17 अक्टूबर तक का समय देते हैं कि इस प्रशिक्षण कार्य को स्थगित करते हुए नवरात्र के बाद आयोजित किया जाए. अगर ऐसा नहीं हुआ तो तमाम शिक्षक इस आवासीय प्रशिक्षण कार्य का बहिष्कार करेंगे."- राजू सिंह, प्रदेश संयोजक, टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ
क्यों कर रहे हैं शिक्षक विरोध: नवरात्र के समय हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले काफी शिक्षक उपवास पर रहते हुए माता दुर्गा की आराधना करते हैं. इस दौरान कई लोग उपवास पर रहते हैं वहीं सात्विक भोजन पर भी विशेष ध्यान रखा जाता है. कई लोग नवरात्र के समय घर में नवदिवसीय रामायण पाठ अथवा दुर्गा पाठ करते हैं. ऐसे में सरकार के इस निर्णय से हिंदू धर्म को मानने वाले शिक्षकों के पूजा पाठ में व्यवधान उत्पन्न हो गया है जिससे शिक्षकों में काफी आक्रोश है.