पटना: केंद्र की अग्निपथ योजना (Center Agneepath Scheme) के विरोध में मसौढ़ी में उपद्रवियों ने जमकर तोड़ फोड़ की थी. प्रदर्शनकारियों ने तारेगना रेलवे स्टेशन और जीआरपी थाना को आग के हवाले कर दिया था. इस घटना में रेल पुलिस को करीब सात से आठ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ था. इस घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए करीब 76 उपद्रवियों को अबतक गिरफ्तार कर लिया है. इस घटना के बाद रेल एसपी ने जीआरपी तारेगना थाना के सभी पुलिसकर्मी को हथियार जारी कराने के आदेश दिए हैं.
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तारेगना स्टेशन पर हुई थी तोड़फोड़: दरअसल, पटना-गया रेलखंड के तारेगना जीआरपी पुलिस कई वर्षों से लाठी बल के सहारे थाना संचालित हो रही थी. ऐसे में इस घटना के बाद अब सभी पुलिसकर्मियों को हथियार ईश्यु कराने के आदेश दे दिए गए हैं. ताकि, वक्त आने पर पुलिस उपद्रवियों का सामना कर सके. रेल एसपी ने सभी जीआरपी थाने की पुलिस कर्मियों को अपने-अपने हथियार जारी कराने के निर्देश दे दिए हैं. ताकि, वक्त आने पर उसका इस्तेमाल कर सकें और थाने की सुरक्षा और तारेगना स्टेशन की सुरक्षा कर सकें.
रेल पुलिस को हथियार जारी कराने का निर्देश: बताया जाता है कि तारेगना जीआरपी पहले एक बैरक में चल रही थी. उसका कोई अपना भवन नहीं था. ऐसे में सेफ्टी के हिसाब से सभी पुलिसकर्मी अपने पास हथियार नहीं रखते थे, लेकिन अब उसका एक पुलिस भवन बन चुका है. ऐसे में रेल एसपी ने कहा कि सभी पुलिसकर्मियों को हथियार जारी कराने के निर्देश दे दिए गए हैं. वहीं, मसौढ़ी उपद्रव मामले में अब तक 76 लोगों को जेल भेजा गया है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तारी की कार्रवाई चल रही है.
उपद्रवियों ने जलाया था तारेगना स्टेशन: गौरतलब है कि बीते दिनों अग्निपथ की आग में जिस तरह से तारेगना रेलवे स्टेशन को उपद्रवियों ने जला डाला था, इस घटना के बाद जीआरपी थाने की पुलिस कर्मियों को एक बड़ा सबक मिला है. इस घटना के बाद रेल पुलिस एसपी ने सभी जीआरपी थाने पुलिस को हथियार जारी कराने का निर्देश दिए हैं. ऐसे में अब जल्द ही जीआरपी थाने के सभी पुलिसकर्मी हथियारों से लैस होंगे. ताकि, वक्त आने से उपद्रवियों से निपट सकेंगे.
उपद्रवियों ने तारेगना स्टेशन में लगा थी आग: दरअसल, 18 जून को मसौढ़ी में अग्निपथ (Agnipath Recruitment Scheme) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने जमकर बवाल काटा था. करीब डेढ़ हजार प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने तारेगना रेलवे स्टेशन पर हमला बोल दिया. उपद्रवियों ने पेट्रोल बम फेंककर तारेगना स्टेशन परिसर और टिकट काउंटर को आग के हवाले कर दिया. साथ ही वहां रखे दर्जनों वाहनों में आग लगा दी. इसमें न केवल सिर्फ सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ, बल्कि आमजन और पत्रकारों की भी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ है. तकरीबन 160 राउंड फायरिंग भी की गई थी.