मसौढ़ी: बिहार के मसौढ़ी में जिला प्रशासन और कारा विभाग (Jail Department in Masaurhi) की ओर से एक खास पहल की जा रही है. जिसके तहत जेल में बंद महिला बंदी जो आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनना चाहती हैं उन्हें सिलाई कटाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. मसौढ़ी जेल में बंद 13 महिला बंदियों के बीच सिलाई कटाई सिखाने के लिए सिलाई मशीन दिया गया है और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की पहल की जा रही है.
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महिला कैदियों को मिली मास्टर ट्रेनर: महिला बंदियो को आत्मनिर्भर बनाने को लेकर मसौढ़ी जेल में विभिन्न मामले में बंद सजा काट रही कैदियों के बीच प्रशिक्षण का कार्य किया जा रहा है. यह कारा विभाग की एक पहल है जिससे महिला कैदी स्वावलंबी बनेंगी. बताया जा रहा है कि जेल से छूटने के बाद वह सभी महिला स्वरोजगार की ओर बढ़ेंगी और खुद अपने पैरों पर खड़ा होकर अपना कुछ व्यवसाय करेंगी. मसौढ़ी जेल में तकरीबन 13 महिला बंदी हैं जो विभिन्न मामलों में जेल में बंद हैं. जेल के सुपरिटेंडेंट ने बताया कि यह कारा विभाग की ओर से पहल की गई है कि महिला बंदियों को सिलाई कटाई का प्रशिक्षण दिया जाए. मास्टर ट्रेनर के रूप में एनजीओ के द्वारा उन्हें सिखाया जा रहा है.
महिला बंदी आगे चलकर करेंगी स्वरोजगार: मसौढ़ी जेल के सुपरिटेंडेंट महेश कुमार रजक की माने तो कारा विभाग की ओर से महिला बंदियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार देने की और आत्मनिर्भर बनाने की एक कोशिश की जा रही है. यह सरकार की ओर से लाई गई एक योजना है. फिलहाल मसौढ़ी जेल में महिला बंदी सिलाई मशीन मिलने के बाद से काफी खुश हैं. वहीं जेल प्रशासन के द्वारा उनके बच्चों को भी देखने के लिए कई तरह की सुविधाएं दी जा रही है.
"कारा विभाग की ओर से महिला बंदियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार देने की और आत्मनिर्भर बनाने की एक कोशिश की जा रही है. यह सरकार की ओर से लाई गई एक योजना है."-महेश कुमार रजक, जेल सुपरिटेडेंट, मसौढ़ी