पटना: राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में गणतंत्र दिवस (Republic Day at Gandhi Maidan) का मुख्य समारोह आयोजित हुआ जिसमें राज्यपाल फागू चौहान ने झंडोत्तोलन किया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित काफी संख्या में गणमान्य लोग शामिल हुए. कई सालों बाद आम दर्शकों को भी गांधी मैदान में गणतंत्र दिवस समारोह देखने के लिए अनुमति दी गई. गणतंत्र दिवस के मौके पर गांधी मैदान में इस साल भी कई झांकियों का प्रदर्शन किया गया. जिसमें पंचायती राज विभाग की झांकी को पहला स्थान मिला तो वहीं कृषि विभाग की झांकी को दूसरा स्थान और तीसरे स्थान पर दो झांकियों का चयन किया गया जिसमें पर्यटन विभाग की झांकी और बिहार शिक्षा परियोजना की झांकी शामिल थी.
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मार्च पास्ट में 20 टुकड़ियां शामिल: गणतंत्र दिवस को लेकर गांधी मैदान में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. राज्यपाल फागू चौहान ने झंडोत्तोलन के बाद परेड की सलामी ली उससे पहले राज्यपाल ने मार्च पास्ट का निरीक्षण भी किया. मार्च पास्ट में सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, एसटीएफ एनसीसी, बिहार महिला बटालियन, मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग, अग्निशमन दस्ता सहित कुल 20 टुकड़ियां शामिल थी. मार्च पास्ट में शामिल कुछ महिला पुलिसकर्मी लंबे समय तक खड़े रहने के कारण बेहोश भी हो गई जिसे एंबुलेंस से बाहर ले जाया गया.
कई विभागों ने निकाली झांकी: गांधी मैदान में इस बार 12 झांकियों का प्रदर्शन किया गया. इसमें उद्योग विभाग, मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग, कृषि विभाग, जल संसाधन विभाग, पंचायती राज विभाग, महिला एवं बाल विकास निगम, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, पर्यटन विभाग, श्रम संसाधन विभाग, बिहार अग्निशमन सेवा, जीविका और बिहार शिक्षा परियोजना की झांकी शामिल रही. इन झांकियों में पंचायती राज विभाग की झांकी को पहला स्थान मिला तो वहीं कृषि विभाग की झांकी को दूसरा स्थान जबकि तीसरे स्थान पर दो झांकियों का चयन किया गया. पर्यटन विभाग और बिहार शिक्षा परियोजना की झांकी को तीसरे स्थान के लिए चुना गया.
राज्यपाल ने की सरकार की तारीफ: राज्यपाल ने बिहार के लोगों को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के कामकाज की जमकर तारीफ की. कानून व्यवस्था से लेकर कोरोना जांच सबसे अधिक किए जाने की तारीफ की. राज्यपाल ने कहा प्रथम द्वितीय और प्रीकॉशन डोज मिलाकर लगभग 16 करोड़ 72 लाख टीके दिए जा चुके हैं. बिहार एकेला राज्य है जहां कोरोना मृतक के आश्रितों को शुरू से ही 4 लाख रूपये का अनुदान वहीं केंद्र सरकार के निर्णय के उपरांत 50 हजार रूपये की अतिरिक्त मदद दी गई. अब तक 13106 मृतकों के आश्रितों को भुगतान किया जा चुका है. रोजगार को लेकर भी राज्यपाल ने कहा कि 5 महीने में महागठबंधन की सरकार ने 28 हजार नियुक्ति पत्र वितरित किया है. वहीं 10 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार के वादे पर भी सरकार काम कर रही है.
"प्रथम द्वितीय और प्रीकॉशन डोज मिलाकर लगभग 16 करोड़ 72 लाख टीके दिए जा चुके हैं. बिहार एकेला राज्य है जहां कोरोना मृतक के आश्रितों को शुरू से ही 4 लाख रूपये का अनुदान वहीं केंद्र सरकार के निर्णय के उपरांत 50 हजार रूपये की अतिरिक्त मदद दी गई. अब तक 13106 मृतकों के आश्रितों को भुगतान किया जा चुका है. रोजगार को लेकर भी राज्यपाल ने कहा कि 5 महीने में महागठबंधन की सरकार ने 28 हजार नियुक्ति पत्र वितरित किया है. वहीं 10 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार के वादे पर भी सरकार काम कर रही है."- फागू चौहान, राज्यपाल
इन कार्यों पर हुई चर्चा: राज्यपाल ने सरकार के सात निश्चय के तहत हर घर बिजली, हर घर नल जल, हर घर तक पक्की गली और नाली, शौचालय निर्माण जैसे कार्यों की भी चर्चा की. कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में जो सरकार कार्य कर रही है उसकी भी तारीफ की. वहीं हरित आवरण 9% से बढ़कर 15% हो गया है इसकी भी चर्चा हुई. राज्यपाल ने कहा सरकार की कामना है कि समाज में सद्भाव और भाईचारा का वातावरण कायम रहे जिससे राज्य प्रगति के पथ पर अग्रसर हो. राज्यपाल ने सेना के उन जवानों को भी सम्मानित किया और पुरस्कार राशि आज दी जिन्होंने देश के लिए शौर्य प्रदर्शन किया है.