पटना: स्वामी सहजानन्द सरस्वती जी महाराज की 134वीं जयंती (Swami Sahajanand Saraswati 134th birth anniversary) कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर राजगुरू मठ के मठाधिश जगत गुरु शकराचार्य स्वामी श्री अनंतानंद सरस्वती जी मौजूद रहे. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि समाज को सामंती और परिवारवादी मुखौटा वाले नेता से मुक्ति चाहिए तथा नयी सोच और युवा नेतृत्व जिनकी समाज में अपनी पैठ हो, ऐसे लोगों को आगे आने का अवसर प्रदान करने के लिए सभी राजनितिक दलों को पहल करना चाहिए.
ये भी पढ़ें- दरभंगा: स्वामी सहजानन्द सरस्वती की जयंती पर भाकपा (माले) ने निकाला किसान मार्च
स्वामी सहजानन्द सरस्वती जी महाराज की 134वीं जयंती : भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच फाउण्डेशन अध्यक्ष सह भूमिहार नेता आशुतोष कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि- "स्वामी जी का समाज किसान था जो कि सरकारों के दोहरे रवईये के कारण आज मजदूर की श्रेणी में आ चुका है. स्वामी जी ऐसे नेता थे जो जीवन पर्यंत किसानों मजदूरों की लड़ाई लड़ते रहे, ऐसे में भारत सरकार से मांग है की इन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाए."
स्वामी सहजानन्द सरस्वती जी की जयंती धूमधाम से मनाई गई : भूमिहार नेता आशुतोष कुमार ने कहा कि कल के दिन भारतीय जनता पार्टी की ओर से स्वामी सहजानंद महाराज जी की जयंती आयोजित की गई है और इसके लिए 2 करोड़ से अधिक के पोस्टर बैनर खर्च किए गए हैं. इतना खर्च सिर्फ सामंती ही कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि चाहे अंबेडकर जयंती हो या फुले जयंती हो या महाराणा प्रताप जयंती या परशुराम जयंती, इस प्रकार की जयंती मना कर समाज की एकजुटता प्रकट की जाती है और अपने महापुरुषों को याद किया जाता है.