पटना: स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 का सर्वे समाप्त हो गया है. इस बार बेहतर प्रदर्शन के लिए पटना नगर निगम ने पूरी ताकत झोंक दी थी. दो बार सर्वे कर केंद्रीय टीम इसका आकलन कर चुकी है. अब परिणाम का इंतजार है. मई में रिजल्ट आएगा. नगर निगम ने दावा किया है कि पिछले बार की तुलना में इस बार दोगुने अंक आएंगे.
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पिछली बार सबसे नीचे था पटना
स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर परिणाम के लिए इस बार निगम प्रशासन की तरफ से कई काम किए गए. पटना नगर निगम के आयुक्त ने इस बार 3500 अंक लाने का दावा किया है. पिछली बार पटना नगर निगम देशभर के शहरों में सबसे निचले पायदान पर था. पटना को 47वें स्थान पर रखा गया था.
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर पटना की रैंक जारी होते ही निगम प्रशासन को काफी किरकिरी का सामना करना पड़ा था. पिछले साल 6000 अंकों में से पटना को 1552 अंक मिले थे. इतना कम अंक मिलने के अनेक कारण थे. पटना नगर निगम का दावा है कि उन कमियों को दूर कर लिया गया है. इस बार दोगुना अंक मिलेगा.
ऑडियो सर्टिफिकेट मिला
पटना नगर निगम को इस बार ऑडियो सर्टिफिकेट मिल गया है. पिछली बार नहीं मिला था. वहीं, शहर को गार्बेज फ्री सिटी के लिए 3 स्टार के लिए भी आवेदन किया गया है. नगर निगम क्षेत्र के लोगों की भागीदारी भी इस बार 2 लाख से अधिक बढ़ी है. 2021 के स्वच्छता सर्वे में 53 शहरों ने भाग लिया है. 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहर 47 हैं.
3500 अंक मिलने की उम्मीद
नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने कहा, "इस बार 3500 अंक प्राप्त होने की उम्मीद है. अगले वर्ष 2022 के स्वच्छता सर्वेक्षण में 5000 अंक प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है. अगले 6 माह में बहुत सारी योजना पटना नगर निगम में की जाएगी."
"इस बार सर्विस लेवल प्रोग्रेस में कुल 2000 अंक का हैं. इसमें से पटना नगर निगम को करीब 1500 से अधिक अंक मिलेंगे. प्रत्यक्ष पड़ताल में भी 350 अंक मिलने की उम्मीद है. इसलिए इस बार जो सर्वे रिपोर्ट आएगी उसमें पटना टॉप 10 में शामिल हो जाएगा. अगले साल टॉप फाइव में भी पटना को जगह मिल जाएगी."- हिमांशु शर्मा, नगर आयुक्त, पीएमसी
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