पटनाः बिहार महासमर 2020 के शंखनाद के साथ सभी राजनीतिक दलों के नेताओं का बिहार दौरा जारी है. इसी क्रम में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव शनिवार को पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करने पटना पहुंची. इस दौरान उन्होंने महिलाओं की उपेक्षा को लेकर बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा.
सुष्मिता देव ने वीरचंद पटेल पथ में स्थित होटल स्काडा में में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार चुनाव में वोटिंग के दौरान महिलाओं की भागीदारी सबसे ज्यादा दिखती है. इसके बावजूद यहां महिलाओं की स्थिति काफी खराब है. उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में बिहार की महिलाओं की स्थिति देश में सबसे निचले स्थान पर है.आज भी स्कूलों में शौचालय के अभाव में बिहार की लड़कियों का ड्रॉपआउट रेट देश में सबसे ज्यादा है. प्रधानमंत्री का स्वच्छ भारत अभियान सिर्फ कहने को रह गया है और लड़कियों की शिक्षा पर इसका नेगेटिव असर पड़ा है.
'हाथरस की घटना के बाद देश में महिला हिंसा के खिलाफ काफी तनाव है. नीतीश कुमार महिला सुरक्षा की जो बात कहते हैं, वो गलत है. मंजू वर्मा मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में चार्जशीटेड हैं. इसके बावजूद जदयू ने उन्हें टिकट दिया और पार्टी के नेता उनका भरपूर समर्थन कर रहे हैं. यह साफ दर्शाता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए कितने गंभीर हैं.'- सुष्मिता देव, अध्यक्ष, अखिल भारतीय महिला कांग्रेस
'बेरोजगारी पर हो रही चर्चा'
सुष्मिता देव ने कहा कि युवाओं की बेरोजगारी पर चर्चा हो रही है, लेकिन महिलाओं पर नहीं हो रही. एक आंकड़ा सामने आया है कि लॉकडाउन के दौरान बिहार में 55 प्रतिशत महिलाओं की नौकरी चली गई. सुष्मिता देव ने कहा कि राज्य में महागठबंधन की सरकार बनने पर महिला सशक्तिकरण की दिशा में कई कदम उठाए जाएंगे.
'एनडीए की योजनाओं में स्कैम'
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ने कहा कि महागठबंधन की सरकार में महिलाओं के नाम पर जमीन का रजिस्ट्रेशन कराने पर रेट 2 प्रतिशत कम कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि महिलाओं से जुड़ी योजना में एनडीए सरकार में कई स्कैम सामने आए हैं. 65 से 70 वर्ष की महिलाओं को गर्भवती महिलाओं का लाभ दिया जा रहा है.
तीन चरण में बिहार चुनाव 2020
सुष्मिता देव ने कहा कि महागठबंधन की सरकार में सुशासन होगा. एनडीए सरकार में सिर्फ नाम का ही सुशासन है. उन्होंने कहा कि गुजरात और यूपी जैसे राज्यों में महिलाओं पर जिस तरह अत्याचार हो रहे हैं वैसा बिहार में नहीं होने देंगे. बता दें कि बिहार में तीन चरण में चुनाव हो रहे हैं. बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 16 जिलों के 71 सीटों पर संपन्न हो चुका है.