पटना: बिहार में अब 'दागी' को लेकर सियासत जोरों पर है. बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव जहां मंत्रिमंडल में 64 प्रतिशत दागी मंत्रियों को लेकर सत्तापक्ष पर लगातार निशाना साध रहे हैं, वहीं अब बीजेपी और जेडीयू ने भी उन्हें आईना दिखाया है.
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आरजेडी नेता तेजस्वी यादव शुक्रवार को एडीआर की रिपोर्ट लेकर विधानसभा पहुंचे और दागी मंत्रियों की सूची विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा को सौंपी. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश मंत्रिमंडल में 64 प्रतिशत मंत्री दागी हैं.
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64 प्रतिशत मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले
तेजस्वी यादव ने कहा कि दो दिन पहले जब उन्होंने सदन में दागी मंत्रियों की जिक्र किया था तब विधानसभा अध्यक्ष ने तथ्य की मांग की थी. इस वजह से मैंने वैसे मंत्रियों की सूची सौंप दी है. उन्होंने कहा कि एडीआर रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि 31 मंत्रियों में से 18 यानी 64 प्रतिशत मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. 18 में 14 मंत्री पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
तेजस्वी को सुशील मोदी की नसीहत
इधर, तेजस्वी के इस बयान के बीजेपी और जेडीयू ने उन्हें आईना दिखाया है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव जो खुद 1000 करोड़ के मॉल के मामले में अभियुक्त हैं और जमानत पर हैं, वे किस मुंह से बिहार के मंत्रियों पर आरोप लगा रहे हैं?
"तेजस्वी यादव और उनकी मां राबड़ी देवी सहित परिवार के कई सदस्यों के खिलाफ जांच एजेंसियां आरोपपत्र दायर कर उनकी दो दर्जन से ज्यादा सम्पत्ति जब्त कर चुकी हैं. कोरोना के कारण यदि कानूनी प्रकिया में बाधा न पड़ती, तो तेजस्वी यादव सदन में नहीं, पिता की तरह जेल में हो सकते थे. आरजेडी की सारी आक्रामकता अपने अपराध को छिपाने के लिए है." - सुशील कुमार मोदी, सांसद, राज्यसभा
कई पर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन का आरोप
बता दें कि विधनसभा अध्यक्ष ने भी शुक्रवार को सदन में कहा था कि एडीआर की रिपोर्ट में यहां बैठे कोई भी नहीं बच पाएगा. उन्होंने कहा कि इसमें तो ऐसे लोग भी शामिल हैं जिनपर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन का आरोप है.