पटना: लालू यादव की आत्मकथा पर लिखी किताब 'गोपालगंज टू रायसीना' से बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया है. जहां एक तरफ विपक्ष इसको लेकर नीतीश कुमार पर हावी है तो वहीं बीजेपी ने इसे घिसी पिटी लाइन वाली किताब बताकर लालू यादव पर निशाना साध रही है.
डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने पटना एयरपोर्ट पर कहा कि लालू की इस नई किताब गोपालगंज टू रायसीना में कुछ भी नया नहीं है. इस किताब में पुरानी घिसी पिटी बातों को दोहराया गया है. उन्होंने कहा कि इस किताब के माध्यम से लालू यादव दावा कर रहे हैं कि उन्होंने ही बीपी सिंह को 27 प्रतिशत पिछड़ों को आरक्षण देने के लिए प्रेरित किया था.
चुनावी माहौल में रिलिज हुई किताब
सुमो ने कहा कि लालू ने किताब में देवगौड़ा को प्रधानमंत्री बनाने में मदद की बात कही है. उन्होंने कहा कि लालू जेल में हैं इसलिए चुनावी माहौल में अपनी उपस्थिती दर्ज कराने के लिए इस किताब के माध्यम से वह अपनी बड़ाई करवा रहे हैं.
लालू बताएं किसको मिली कितनी सीटें
मोदी ने कहा कि 2009 में लालू कितनी सीटें जीते थे और 2014 में कितनी सीटें जीते हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को पता है कि लालू जी ने बिहार को किस तरीके से बर्बाद किया है. किस तरह से बिहार में जंगलराज पैदा किया गया. उन्होंने कहा कि इनकी पार्टी में माफिया लोग हैं.
राबड़ी देवी पर हमला
वहीं सुशील मोदी ने राबड़ी देवी पर निशाना साधते हुए कहा कि बहुत ही शर्म आती है इस बात पर की राबड़ी देवी एक महिला होते हुए भी राजबल्लभ यादव जो की एक नाबालिक लड़की के बलात्कार का दोषी है और कोर्ट ने उसको सजा दे दी है. उसकी पत्नी के लिए वह वोट मांगने का काम कर रही है.. उन्हीं के सरकार में राजबल्लभ यादव पर केस दर्ज हुआ.
लालू मुखिया का चुनाव लड़ने लायक नहीं
सुमो ने कहा कि गोपालगंज टू रायसीना का अब क्या. वह तो कभी रायसीना की पहाड़ियों पर चढ़े थे लेकिन अब तो वहां मुखिया के चुनाव लड़ने लायक भी नहीं बचे हैं.