पटना(मसौढ़ी): बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है. वैसे-वैसे प्रचार अभियान भी जोर पकड़ता जा रहा है. इसी कड़ी में मसौढ़ी पहुंचे एलजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद सूरजभान सिंह ने कहा कि बिहार की जनता तय कर चुकी है कि किसे गद्दी पर बैठाना है. जिस दिन चिराग पासवान ने निर्णय ले लिया कि अकेले लड़ना है, बिहार की जनता उसी दिन होली-दिवाली मना ली.
'सात निश्चय योजना की होगी जांच'
दरअसल, मसौढ़ी के तिनेरी खेल मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए सूरजभान सिंह ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि जनादेश का अपमान करने वाले को जनता इस बार सबक सिखाएगी. जनता तय कर चुकी है कि इस बार मुख्यमंत्री किसे बनाना है. गांव-गांव में जाकर देखिए स्कूल और अस्पतालों का क्या हाल है. सात निश्चय के नाम पर करोडों की राशि का बंदरबांट हुआ है. हमारी सरकार बनी तो सबसे पहले सात निश्चय योजना की जांच होगी.
'बदलाव चाहती है जनता'
सात निश्चय योजना पर कटाक्ष करते हुए सूरजभान ने कहा कि इस योजना को तो ठीक से धरातल पर उतरा ही नहीं गया. अब सात निश्चय पार्ट-2 लाने की बात कही जा रही है. सीएम योजनाओं के नाम पर लूट करना चाहते हैं, लेकिन यह अब नहीं होगा. जनता अब पैसों की बर्बादी अब बर्दाश्त नहीं करेगी और इस बार के चुनाव में बदलाव तय है.
दलितों के मसीहा थे रामविलास- प्रिंस राज
वहीं, एलजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद प्रिंस राज ने कहा कि लोजपा के संस्थापक दिवगंत रामविलास पासवान दलितों के मसीहा थे. अस्पताल में भर्ती रहते हुए भी इनकी सबसे बड़ी चिंता लोगों तक राशन पहुंचाने के लेकर थी. रामविलास पासवान लंबे समय तर अस्पताल में इलाजरत रहे, लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने एक बार भी उनकी सुधी नहीं ली थी.