पटना: भारतीय जनता पार्टी सरकार के गुप्तचरों से परेशान है. गुप्तचर पार्टी प्रोग्राम की गोपनीयता को लीक करते हैं. पार्टी ने गुप्तचरों से निपटने के लिए खास रणनीति बनाई है. रणनीति को लेकर नेताओं को दिशा निर्देश दिए गए हैं. नेताओं से कहा गया है कि आगे होने वाली बैठकों में इसका पालन किया जाए.
भारतीय जनता पार्टी नीतीश कुमार के गुप्तचरों से परेशान है. गुप्तचर पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों को सरकार तक पहुंचा देते हैं. इंटेलीजेंस के अधिकारियों से निपटने के लिए पार्टी ने खास रणनीति बनाई है. अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में चल रही बैठक में संगठन प्रभारी नागेंद्र नाथ ने नेताओं को निर्देश दिया कि आगे से वह जब भी बैठक में आएं तो गले में पहचान पत्र जरूर टांग लें.
ऐसा इसलिए जरूरी है कि इंटेलिजेंस विभाग के पदाधिकारी चुपके से पीछे बैठ जाते हैं और पार्टी की गोपनीयता भंग होती है. पिछली बैठकों में दो-तीन लोगों को चिन्हित कर मुझे बाहर जाने को कहना पड़ा था.
पहचान पत्र से किया जाएगा चिन्हित- नागेंद्र
भाजपा नेता ने कहा कि सभी नेताओं से अनुरोध है कि वो आगे से बैठक में अपने पहचान पत्र को साथ रखें, ताकि उन्हें चिन्हित करने में आसानी हो. ऐसा करने से अवांछित लोग बैठक में भाग नहीं ले सकेंगे. बैठकों की गोपनीयता भी बनी रहेगी. बैठक में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, संगठन प्रभारी नागेंद्र नाथ सहित प्रदेश के कई बड़े नेता मौजूद रहे.