पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस से अलग हुए रामजतन सिन्हा ने पिछले साल ही जेडीयू ज्वाइन कर लिया. लेकिन विधानसभा चुनाव 2020 में टिकट नहीं मिलने के कारण उन्होंने जेडीयू से इस्तीफा दे दिया. साथ ही सीएम नीतीश कुमार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए.
सत्ता की राजनीति से नीतीश कुमार को अलग करना ही हमारा उद्देश्य है. इसके लिए हमें जितना संघर्ष करना होगा हम तैयार हैं. कल से हमारा जहानाबाद दौरा है, जहानाबाद जाकर वहां की जनता को यह बताएंगे कि किस तरह से नीतीश कुमार ने हमारे साथ धोखा किया है.- रामजतन सिन्हा, पूर्व कांग्रेस नेता
रामजतन सिन्हा को है जेडीयू से नाराजगी
बता दें कि रामजतन सिन्हा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. हालांकि वो जेडीयू में पद या उम्मीदवार बनाने की इच्छा लेकर शामिल हुए थे, लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं मिला. इससे उनमें काफी नाराजगी है. उन्होंने जेडीयू के उम्मीदवारों को हराने के लिए जनता से अपील करने की बात कही है.
राजनीति में नीतीश कुमार ने सिर्फ और सिर्फ बड़े नेताओं को धोखा ही दिया है. हमारे साथ भी उन्होंने धोखा किया है. 2019 में 5 हजार से ज्यादा समर्थकों के साथ हम जेडीयू में शामिल हुए थे, लेकिन पार्टी में ना ही कोई मुझे पद दिया गया और ना ही लोकसभा या विधानसभा में हमें उम्मीदवार बनाया गया. जब इसको लेकर हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करना चाहे तो उन्होंने हमसे मिलने से भी इंकार कर दिया. इसीलिए हम उनके उम्मीदवार को हराने के लिए पूरी ताकत झोंक देंगे - रामजतन सिन्हा, पूर्व कांग्रेस नेता
बिहार विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होगा. चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी गई है. पहले चरण का चुनाव 28 अक्टूबर को 71 सीटों के लिए होगा. वहीं, दूसरे चरण का चुनाव 3 नवंबर को 94 सीटों के लिए और तीसरे चरण का चुनाव 7 नवंबर को 78 सीटों के लिए होगा. वहीं, वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी.