नई दिल्ली: बिहार महागठबंधन के तीन सहयोगी दल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, वीआईपी पार्टी होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तेजस्वी नेतृत्व को हरी झंडी देने को तैयार नहीं है. ऐसा माना जा रहा है कि ये तीनों दल बिहार में तीसरे मोर्चे को खड़ा करने की तैयारी में हैं. वहीं, दिल्ली में लोजद अध्यक्ष शरद यादव से मिलने के बाद ईटीवी भारत से बात करते हुए मुकेश सहनी ने अपनी बैठक के बारे में कुछ भी खुलासा न करने की बात करते हुए कहा कि बिहार का बेहतर भविष्य बनाने की रणनीति चल रही है.
गुरुवार को जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, मुकेश साहनी ने जदयू के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ गुप्त बैठक की थी. वहीं, शुक्रवार को दिल्ली में शरद यादव के साथ तीनों ने एक बार फिर बैठक की. इन दोनों ही बैठकों में राजद और कांग्रेस का कोई भी बड़ा चेहरा एक साथ दिखाई नहीं दिया. हालांकि, बैठक के बाद मुकेश सहनी ने बताया कि बिहार में एक मजबूत महागठबंधन हो. बिहार का भविष्य अच्छा हो. इसके लिए हम लोग दिल्ली में बैठक कर रहे हैं. अगर इसमें आरजेडी और कांग्रेस के नेता नहीं भी हैं, तो कोई दिक्कत वाली बात नहीं है. अन्य बैठक में राजद और कांग्रेस के लोग साथ रहते हैं.
मुकेश सहनी की प्रतिक्रिया
मुकेश सहनी ने कहा कि बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव हैं. हम लोगों का लक्ष्य एनडीए को हराना है. नीतीश कुमार बिहार में 15 साल से मुख्यमंत्री है. लेकिन बिहार के विकास के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन का सीएम कैंडिडेट कौन होगा? इस पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है. राजद के ऐलान पर उन्होंने कहा कि वो उनका मानना है कि तेजस्वी सीएम उम्मीदवार होंगे. लेकिन महागठबंधन की बैठक के बाद ही इसपर मुहर लगेगी. इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया कि महागठबंधन के ये तीन सहयोगी दल तेजस्वी को सीएम कैडिंडेट नहीं मान रहे हैं.
तीसरे मोर्चे की तैयारी!
सूत्रों के अनुसार शरद यादव की एलजेडी, लेफ्ट पार्टियां, प्रशांत किशोर के साथ हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, विकासशील इंसान पार्टी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी एक नया गठबंधन बनाना चाह रही हैं. इसके लिए लगातार बैठकों का दौर जारी है.