पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू तीसरे नंबर की पार्टी बनी है और भले ही नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बन चुकी है. लेकिन अब पार्टी संगठन स्तर पर बड़े फैसले ले सकती है. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि हम लगातार नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं और जल्द ही बड़े स्तर पर समीक्षा भी होगी.
वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि एनडीए के सभी घटक दलों ने जो घोषणा पत्र जारी किया था, उसके हिसाब से कार्य योजना तैयार की जाएगी. साथ ही केंद्र में लोजपा अब बनी रहे, इसका कोई लॉजिक नहीं है.
'पार्टी नेताओं से लगातार हो रही मुलाकात'
विधानसभा चुनाव में जदयू को इस बार 43 सीट मिली है और पार्टी 2015 से भी काफी कम सीट लाई है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया था लेकिन एनडीए में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है. वहीं, आरजेडी चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनी है. जदयू का चुनाव में जिस प्रकार से प्रदर्शन हुआ है उसको लेकर अब पार्टी के अंदर मंथन शुरू हो गया है.
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह का कहना है कि पार्टी नेताओं से लगातार हम मुलाकात कर रहे हैं और आने वाले दिनों में बड़े स्तर पर समीक्षा भी होगी. जदयू ने कार्यकारी जिला अध्यक्षों को भी हटा दिया है.
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'जदयू को हराने के लिए जिस प्रकार से लोजपा ने गड्ढा खोदा पहले उसमें खुद वह गिर चुकी है और अपनी जो पिछली जमा पूंजी था वह भी लोजपा ने खो दिया है. लोजपा केंद्र में एनडीए के साथ बनी रहे अब कोई लॉजिक नहीं है. जदयू के तरफ से लगातार लोजपा को केंद्र से भी बाहर किए जाने की मांग होने लगी है.' वशिष्ठ नारायण सिंह
'महागठबंधन की तरफ से किया गया भ्रामक प्रचार'
वशिष्ठ नारायण सिंह ने यह भी कहा कि महागठबंधन की तरफ से जो भ्रामक प्रचार किया गया. चुनाव में उसका असर रहा और उसका नुकसान भी जदयू को उठाना पड़ा है. वशिष्ठ नारायण ने कहा कि एनडीए सरकार में शामिल सभी दलों की घोषणा पत्र के आधार पर कार्य योजना तैयार की जाएगी. इस बार कृषि पर जोर दिया जाएगा और छोटे उद्योगों पर काम किया जाएगा.