पटना: सीएम नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पंचायत प्रतिनिधियों के साथ कोरोना जागरूकता को लेकर चर्चा और इसपर किये जा रहे कामों को लेकर समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने प्रदेश लौटे बिहार के लोगों को प्रवासी कहे जाने पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि पूरे देश में एक शब्द चला है, लोग दूसरे प्रदेश में जाकर काम करने वालों को प्रवासी कह रहे हैं. एक देश में रहकर काम कर रहे हैं. वो प्रवासी कैसे हो सकते हैं.
सीएम नीतीश ने कहा कि अगर कोई विदेश जाता है, तो भले ही प्रवासी कह सकते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में मनरेगा जैसी तमाम सेवाओं को शुरू कर लोगों को रोजगार देने का काम किया जा रहा है. विभागों को लगाया गया है. वहीं, प्रदेश लौटे लोगों को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमने लोगों से आग्रह किया की आप दूसरी जगह सेवा देने गए. ऐसे में वहां उनका ख्याल नहीं रखा गया. ये अच्छी बात नहीं है. ऐसे में मैं लोगों से आग्रह करना चाहता हूं कि आपको मजबूरी में बाहर न जाना पड़े.
यहीं मिलेगा काम
सीएम नीतीश ने कहा कि देश एक है कोई कहीं का कहीं गया. लोग मजबूर होकर वापस लौटे हैं इसलिए हम चाहते हैं कि अब कोई बाहर न जाए. आगे इसके लिए संबंधित विभागों को लगाया गया है. सभी को रोजगार मिले, इसके लिए नीतियां बनाई जा रहीं हैं.
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