पटनाः लंबे अंतराल के बाद लॉकडाउन खत्म हुआ है. जिसके बाद कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर कई इलाकों में लोगों के बीच जागरूकता नहीं दिख रही है. लॉकडाउन हटने के बाद लोगों में यह भ्रम की स्थिति बन गई है कि सब कुछ सामान्य हो गया है. बाजारों में लोग सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो नहीं कर रहे हैं. साथ ही भीड़ भाड़ वाले इलाके में लोग चेहरे पर मास्क भी नहीं लगा रहे हैं. लोगों की इस लापरवाही पर पटना के सिविल सर्जन राजकिशोर चौधरी ने कहा कि अगर इस तरह का बर्ताव लोग करेंगे तो आने वाले दिनों में स्थिति गंभीर हो सकती है.
'पिक पर होगा जुलाई में कोरोना'
पटना के सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि अगर भीड़ भाड़ वाले इलाके में लोग मास्क का प्रयोग नहीं करेंगे तो इसका परिणाम बहुत खराब होने वाला है. उन्होंने बताया कि अभी तक बिहार में कोरोना का पिक नहीं आया है और माना जा रहा है कि जुलाई में इसका पिक आने वाला है. उन्होंने बताया कि बचाव का सिर्फ एक ही उपाय है, मास्क का उपयोग करना. सिविल सर्जन ने बताया कि अगर सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करने में दिक्कत हो तो कम से कम चेहरे पर मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करें.
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'अभी संक्रमण का पिक आना बाकी'
सिविल सर्जन डॉ राजकिशोर चौधरी ने कहा कि लोग अगर मास्क लगाकर नहीं रहेंगे तो स्थिति गंभीर हो जाएगी. सभी जान रहे हैं कि जितने भी प्रवासी आ रहे हैं, वह उन इलाकों से आ रहे हैं जहां संक्रमण गंभीर रूप से फैला हुआ है. प्रवासी लौटकर अपने गांव जा रहे हैं और गांव की जो संरचना होती है. हर घर में बुजुर्ग और बीमार रहते हैं. ऐसे में जो मेहनत कश प्रवासी हैं, वह संक्रमण से लड़कर निकल सकते हैं. लेकिन, बीमार और बुजुर्ग को वह संक्रमित कर सकते हैं. जिसके बाद स्थिति और गंभीर हो सकती है.
डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि देश अनलॉक हुआ है. इसका मतलब यह नहीं कि संक्रमण खत्म हो गया है. अभी संक्रमण का पिक आना बाकी है और लोगों को यह समझना होगा और जितने भी एहतियात के उपाय बताए जा रहे हैं लोगों को वह एहतियात अपनाने चाहिए.