पटना: जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर एक के बाद एक ट्वीट कर बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) नेताओं की परेशानी बढ़ा रहे हैं. पीके के ट्वीट्स के बाद जदयू नेताओं को भी पसोपेश में डाल दिया है. वहीं, उनके ट्वीट के बाद भाजपा नेताओं ने प्रशांत किशोर पर चौतरफा हमला बोला है.
प्रशांत किशोर के बयान के चलते भाजपा और जदयू नेताओं के बीच तल्खी बढ़ गई है. होने वाले चुनावों में सीट शेयरिंग को लेकर भी प्रशांत किशोर ने बयानबाजी की है. इस बाबत, बिहार सरकार के कला संस्कृति मंत्री प्रमोद कुमार ने प्रशांत किशोर को आड़े हाथों लिया है. प्रमोद कुमार ने कहा है कि प्रशांत किशोर राष्ट्रीय नेता नहीं है और उनके इस बयान का कोई मतलब नहीं है. सीट शेयरिंग का फैसला शीर्ष नेतृत्व करेगा.
'प्रशांत किशोर कायर है'
भाजपा एमएलसी संजय पासवान ने प्रशांत किशोर को कायर की संज्ञा देते हुए कहा कि वो उन्हें तो अपने व्यावसायिक हितों से मतलब है. प्रशांत किशोर हायर होने के लिए फायर करते हैं. वो सिर्फ मैनेजर हैं. उन्हें मैनेजमेंट देखना चाहिए.
क्या था पीके का ट्वीट
प्रशांत किशोर ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'बिहार में नीतीश कुमार का नेतृत्व और जेडीयू की सबसे बड़े दल की भूमिका को बिहार की जनता ने तय किया है, किसी दूसरी पार्टी के नेता या शीर्ष नेतृत्व ने नहीं. 2015 में हार के बाद भी परिस्थितिवश डिप्टी सीएम बनने वाले सुशील कुमार मोदी से राजनीतिक मर्यादा और विचारधारा पर व्याख्यान सुनना सुखद अनुभव है.'