पटना: किसानों के मुद्दें पर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है. इसको लेकर कांग्रेस नेता वीरेंद्र सिंह राठौड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कृषि कानून के खिलाफ बिहार की सड़कों पर प्रदेश कांग्रेस आंदोलन करेगी.
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25 मार्च को कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ धरना प्रदर्शन
वीरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि जब तक तीनों किसान विरोधी काले कानूनों को केंद्र सरकार वापस नहीं ले लेती, तब तक कांग्रेस पार्टी आम किसानों के हक की लड़ाई लड़ती रहेगी. उन्होंने बताया कि आगामी 25 मार्च को बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर कांग्रेसजन कृषि कानून की वापसी के लिए धरना कार्यक्रम करेंगे. आगामी 5 अप्रैल को प्रखंड मुख्यालयों पर तीन कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया जायेगा.
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'बिहार सरकार गेहूं और धान एमएसपी मूल्यों पर शत-प्रतिशत खरीदारी सुनिश्चित करे नहीं तो किसानों को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी हर लड़ाई लड़ने को तैयार है.
बिहार और उत्तर प्रदेश में किसानों के अनाजों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं दिया जा रहा. जिस कारण किसान कम कीमत पर अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर हैं. इस तरह से असीमित भंडारण के लिए पूंजीपतियों को छूट दी गई है. वे कम कीमत में किसानों से अनाज खरीद कर आम आदमी को अधिक कीमत में बेचेंगे. भंडारण को लेकर कोई सीमा तय नहीं करने के कारण पूंजीपतियों द्वारा और असीमित भंडारण किया जाएगा. इसका खामियाजा देश के हर आम नागरिक को भुगतना पड़ेगा.- वीरेंद्र सिंह राठौड़, कांग्रेस नेता
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कांग्रेस लीडर का सरकार से सवाल
वीरेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार लगातार किसानों को यह समझाने में जुटी है कि इस कानून के लागू होने से किसानों की आमदनी दोगुनी हो जाएगी. केंद्र और राज्य सरकार इसे साबित करे. उन्होंने कहा बिहार में पूर्व से ही गेहूं और धान की सरकारी खरीद बंद कर दी गई है. इसका खामियाजा किसान लगातार भुगत रहे हैं. तकरीबन 20 दिन के बाद बिहार में गेहूं का फसल कटना शुरू हो जाएगा. एनडीए सरकार यह बताये कि कैसे किसानों की आय दोगुनी होगी.