पटना: 15 अप्रैल से शादी ब्याह का शुभ लग्न के मुहूर्त की शुरुआत हो रही है. इस लग्न में पटना जिले में 5 से 6 हजार शादियां होने की उम्मीद जताई गई है. पूरे पटना की अगर हम बात करें तो 500 से अधिक मैरिज हॉल, कम्युनिटी हॉल और मैरिज गार्डन में शादियां अरेंज की जाती हैं. कोरोना काल में वर्तमान परिस्थिति और कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिन घरों में शादियां हैं, उन घरों के लोग काफी डरे और सहमे हुए हैं.
ये भी पढ़ें- बिहार में कोरोना से बिगड़े हालात, PPE किट पहनकर NMCH पहुंचे मंगल पांडेय
शादी पर सरकार का पहरा
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राजधानी पटना में एक नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है. बारातियों के साथ कुल मेहमानों की संख्या शादी समारोह में 200 रखने के आदेश जारी किए गए हैं और ऐसे में कई घरों में हजारों निमंत्रण कार्ड मेहमानों के घर भेजे जाने के बाद वर-वधू पक्ष के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
- बिहार सरकार ने जारी की नई गाइडलाइन
- शादी के लिए 200 मेहमानों की अनुमति
- जिला प्रशासन तत्काल लॉकडाउन के पक्ष में नहीं
- परिवारों को करना पड़ रहा प्लानिंग में बदलाव
लोगों में लॉकडाउन लगने का डर
पटना के बाकरगंज में शादी ब्याह के मौरी और अन्य सामग्री खरीदने वाले लोग कहते हैं कि उनके घर के बच्चों की शादियां इस साल किसी तरह संपन्न हो जाएं. यही बहुत बड़ी बात होगी. कुछ महिलाएं कहती हैं कि उन्हें डर है कि एक बार फिर लॉकडाउन न लग जाए. जिसके कारण उनके घरों में पहले से निर्धारित शादियों को रोकना ना पड़े. अब सब कुछ सरकार पर निर्भर करता है, सरकार अगर लॉकडाउन लगा देती है तो इस साल भी उनके बच्चों की शादी नहीं हो पाएगी.
लग्न के मुहूर्त में कोरोना का खलल
वहीं, दूसरी ओर लोगों की शादी ब्याह करवाने वाले पंडित जी कहते हैं कि पिछले साल भी शादी विवाह के शुभ लग्न के मुहूर्त में कोरोना वायरस ने खलल डाला था और इस साल भी एक बार फिर शादी ब्याह के लग्न का समय है. फिर कोरोना का सेकेंड वेव आया है. जिन घरों में शादियां होती थी, वहां हजारों की संख्या में मेहमान आते थे. अब उन मेहमानों की संख्या घटकर 200 करने की बात सामने आ रही है.
''इस संक्रमण के कारण जिन घरों में शादियां हैं उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. शाम 7 बजे अब दुकानें बंद हो जा रही हैं, इसके कारण लोगों को खरीदारी करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है''- विद्यार्थी, पंडित जी
ये भी पढ़ें- 24 घंटे में 15 की मौत : बिहार में बढ़े कोरोना मरीज, कम हुआ 'रिकवरी रेट'
शादी से जुड़े कारोबारियों में मायूसी
कोरोना का असर सिर्फ शादी ब्याह वाले परिवारों पर ही नहीं, बल्कि शादी से जुड़े हुए कारोबारियों पर भी पड़ता नजर आ रहा है. खास करके पटना के बैंड-बाजे बजाने वाले लोग कहते हैं कि इनका रोजगार और परिवार का भरण-पोषण लग्न से ही जुड़ा हुआ है.
''लग्न की कमाई से पूरे साल दुकान स्टाफ और उनके परिवार का खर्च चलता है. संक्रमण के दूसरे वेव के कारण इन दिनों बैंड बाजा बजाने वाले लोगों की भी बुकिंग कम हो रही है, हालात ऐसे हैं कि अब भूखे मरने की नौबत आन पड़ी है''- बैंड बाजा प्रोपराइटर
बैंड बाजे वालों पर कोरोना की मार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनुरोध करते हुए बैंड बाजा संघ के अध्यक्ष ने गुजारिश की है कि सरकार की ओर से जो समय सीमा 7 बजे तक निर्धारित की गई है, उस समय सीमा में शहरी परिवेश में कहीं भी बारात नहीं लगती. उस समय सीमा को बढ़ाकर रात 11 बजे तक किया जाए, जिससे बैंड बाजा बजाने वाले लोगों का जीवन-यापन आसानी से हो सके.
''अब हालात ऐसे हैं कि जिन्होंने इस साल अपनी शादी के लिए कमेटी हॉल को बुक किया है, वे लोग फोन करके ये पूछते हैं कि अगर लॉकडाउन लगने की वजह से उनकी शादी टल जाए, तो क्या एडवांस में दिए गए रुपए वापस किए जाएंगे''- दिवेश मेहता, कैटरर और शादी ब्याह हाल संचालक
शादी समारोह पर मंडराया खतरा
बिहार में कोरोना वायरस के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में कई राज्यों ने लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू, बाहर से आने वाले नागरिकों के टेस्ट और शादी समारोह में जुटने वाली भीड़ को लेकर कई कदम उठाए हैं. शादी समारोह में शामिल होने वाले मेहमानों की संख्या भी सीमित कर दी गई है. कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से एक बार फिर शादी समारोह पर खतरा मंडराने लगा है. करीब एक साल से ये लोग अच्छे दिनों के इंतजार में हैं, लेकिन कोरोना के नए स्ट्रेन ने इन सबको अब मायूस कर दिया है.
ये भी पढ़ें- NMCH: स्वास्थ्य मंत्री कर रहे थे कोविड वार्ड का दौरा, बाहर हो गयी एक संक्रमित की मौत
ये भी पढ़ें: कोरोना बेकाबू: रेमडेसिविर की बढ़ी डिमांड, कालाबाजारी रोकने के लिए ड्रग इंस्पेक्टर तैनात
ये भी पढ़ें: पूर्णिया विश्वविद्यालय में कोरोना विस्फोट, एक साथ 9 मरीज मिलने से हड़कंप