ETV Bharat / state

पटना: बेटे ने 3 महीने से मां को कर रखा था कैद, महिला आयोग ने कराया मुक्त

पीड़िता ने बताया कि उनके बेटे ने उन्हें 3 महीने से एक रूम के अंदर कैद करके रखा है. न ही किसी से मिलने देता है और न ही किसी से बात करने देता है.

पीड़ित मां
author img

By

Published : Sep 4, 2019, 10:18 AM IST

Updated : Sep 4, 2019, 11:29 AM IST

पटना: राजधानी पटना में एक कलयुगी बेटे की करतूत सामने आई है. दरअसल मामला पटना के राम कृष्णा नगर का है. जहां एक बैंक मैनेजर ने अपनी मां को 3 महीने से रूम में कैद कर रखा था. महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा को जब इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने राम कृष्णा नगर जाकर उनसे मुलाकात की.

patna news
महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा के सामने फूट-फूटकर रोने लगी मां

'संपत्ति की वजह से करता है परेशान'
महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा को देखते ही वो फूट-फूटकर रोने लगी. इसके साथ ही उन्होंने अपने बेटे की करतूत महिला आयोग की अध्यक्ष को बताया. उन्होंने कहा कि उनका एक बेटा है और एक बेटी है. बेटा बराबर आरोप लगाता है कि अपनी संपत्ति मैंने बेटी को दे दी है. जिसकी वजह से बेटा हमेशा उन्हें परेशान करता है. लेकिन ऐसा कुछ नहीं है.

पीड़ित मां का बयान

पटना के सेंट्रल बैंक में कार्यरत है बेटा
पीड़िता ने बताया कि उनके बेटे ने उन्हें 3 महीने से एक रूम के अंदर कैद करके रखा है. न ही किसी से मिलने देता है और न ही किसी से बात करने देता है. बैंक मैनेजर की मां ने बताया कि उनके पास मोबाइल था, वह भी उसने ले लिया है. बता दें कि इनका बेटा पटना के सेंट्रल बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं. घटना की जानकारी मिलने के बाद महिला आयोग ने राम कृष्णानगर पहुंचकर मां को उनके बेटे के घर से निकाला और उन्हें उनकी बेटी के पास पहुंचाने की जिम्मेदारी ली है.

पटना: राजधानी पटना में एक कलयुगी बेटे की करतूत सामने आई है. दरअसल मामला पटना के राम कृष्णा नगर का है. जहां एक बैंक मैनेजर ने अपनी मां को 3 महीने से रूम में कैद कर रखा था. महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा को जब इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने राम कृष्णा नगर जाकर उनसे मुलाकात की.

patna news
महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा के सामने फूट-फूटकर रोने लगी मां

'संपत्ति की वजह से करता है परेशान'
महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा को देखते ही वो फूट-फूटकर रोने लगी. इसके साथ ही उन्होंने अपने बेटे की करतूत महिला आयोग की अध्यक्ष को बताया. उन्होंने कहा कि उनका एक बेटा है और एक बेटी है. बेटा बराबर आरोप लगाता है कि अपनी संपत्ति मैंने बेटी को दे दी है. जिसकी वजह से बेटा हमेशा उन्हें परेशान करता है. लेकिन ऐसा कुछ नहीं है.

पीड़ित मां का बयान

पटना के सेंट्रल बैंक में कार्यरत है बेटा
पीड़िता ने बताया कि उनके बेटे ने उन्हें 3 महीने से एक रूम के अंदर कैद करके रखा है. न ही किसी से मिलने देता है और न ही किसी से बात करने देता है. बैंक मैनेजर की मां ने बताया कि उनके पास मोबाइल था, वह भी उसने ले लिया है. बता दें कि इनका बेटा पटना के सेंट्रल बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं. घटना की जानकारी मिलने के बाद महिला आयोग ने राम कृष्णानगर पहुंचकर मां को उनके बेटे के घर से निकाला और उन्हें उनकी बेटी के पास पहुंचाने की जिम्मेदारी ली है.

Intro:महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणी मिश्रा के सामने फूट फूट कर रोई बैंक मैनेजर की माँ बेट ने लगभग तीन महीने से अपनी माँ कोट रुम मे कैद कर रखाट था... Body:पटना ---राजधानी पटना में एक कलयुगी बेटे की करतूत सानमे आई है जिसे मैं मानवता सर कर देगी यदि आप भी सोचिए का तो इस कलयुग बेटे पर गुस्सा बहुत आएगा..

दरअसल पटना के राम कृष्णा नगर एक मामला सामने आया है पटना में कार्यरत बैंक मैनेजर ने अपने मां को 3 महीने से रूम में कैद कर रखा था महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने राम कृष्णा नगर जाकर उस मां से मिली।

महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा को देखते उस मां फूट-फूटकर रोकर अपने बेटे की करतूत महिला आयोग की अध्यक्ष को बताया।
बैंक मैनेजर की मां ने महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा को बताया कि उसके एक बेटा और एक बेटी है बेटा बराबर आरोप लगाता है कि अपनी संपत्ति हम बेटी को दे दिए हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं है बेटा हमेशा हमें परेशान करके रखा है, हमें 3 महीने से एक रूम के अंदर कैद करके रखा है ना हमें किसी से मिलने देता है और ना ही किसी से बात करने देता हमारे पास मोबाइल था वह भी वह ले लिया हैConclusion: हम आपको बता दें कि इस मां का बेटा पटना के सेंट्रल बैंक में मैनेजर पद पर कार्यरत हैं महिला आयोग ने रामकृष्णानगर पहुंचकर उस मां को उसके घर से निकाल कर उसके बेटी के पास पहुंचाने के लिए अपनी जिम्मेदारी ली है।
Last Updated : Sep 4, 2019, 11:29 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.