पटना: राजधानी पटना के कई इलाकों में अभी भी जलजमाव है और पटना में लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. सामाजिक कार्यकर्ता और वकील गुड्डू बाबा का कहना है कि पीएमसीएच में जिस तरह की गंदगी है उससे मरीजों का ठीक होना तो दूर इनकी संख्या और भी बढ़ती ही जा रही है. डेंगू की रोकथाम के लिये शहर में सही तरीके से फागिंग भी नहीं की जा रही.
सामाजिक कार्यकर्ता गुड्डू बाबा पीएमसीएच की बदहाली को लेकर पिछले 20 सालों से काम करते आ रहे हैं. एक वकील के तौर पर उन्होंने 250 से भी ज्यादा पीआईएल हाईकोर्ट में दायर किये हैं. गुड्डू बाबा ने बताया कि पटना में डेंगू की रोकथाम के लिए अभी भी सही से छिड़काव नहीं किया जा रहा है. अगर यही हालत रही तो आने वाले दिनों में पटना में डेंगू के मरीजों की संख्या में और बढ़ोत्तरी होगी. उन्होंने कहा कि राजेंद्र नगर और कंकड़ बाग के इलाकों को छोड़ दिया जाये तो न्यू पटना, गोला रोड और शगुना मोड़ के इलाकों में पानी के निकासी की कोई व्यवस्था है ही नहीं.
पीएमसीएच में फैला है बायोमेडिकल वेस्ट
गुड्डू बाबा ने बताया कि इन इलाकों में पानी पूरी तरह से काला पड़ चुका है और जनवरी-फरवरी तक यहां यही स्थिति रहेगी. इन इलाकों में फागिंग और ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव भी सही से नहीं किया जा रहा. उन्होंने कहा कि पीएमसीएच डेंगू मरीजों का हब बनता जा रहा है. इसके कैंपस में जिस तरह से बायोमेडिकल वेस्ट बिखरे पड़े हैं उससे डेंगू का खतरा और बढ़ गया है. पीएमसीएच में इन चीजों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा. इमरजेंसी वार्ड बिल्डिंग के नीचे कचरों का अंबार है.
सरकार पर आरोप
गुड्डू बाबा का कहना है कि पीएमसीएच प्रशासन के साथ-साथ राज्य के प्रमुख नीति निर्धारक लोग भी इस बदहाली के लिये जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि जनवरी 2019 में सभी सरकारी अस्पतालों के रखरखाव और साफ-सफाई का जिम्मा निजी एजेंसियों को सौंप दिया गया है और ये एजेंसियां अपनी जिम्मेदारी सही से नहीं निभा रहीं. उन्होंने कहा कि अब डर इस बात का है कि कहीं आने वाले दिनों में पीएमसीएच की गंदगी से ही पटना में बीमारी फैलना शुरू ना हो जाए. उन्होंने कहा कि पीएमसीएच को लेकर कोर्ट में पीआईएल दायर करने पर सरकार के लोग उन्हें लाशों का सौदागर कह रहे हैं, लेकिन वह साबित कर के दिखाएंगे कि सिस्टम के सौदागर कौन लोग हैं. इस बदहाली के लिये गुड्डू बाबा ने सिस्टम को भ्रष्ट बताया है.