पटना: बिहार में शराब तस्कर डिलिवरी के नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं. एक तरफ पुलिस तस्करों के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है. वहीं तस्कर अब फर्जी पुलिस व प्रेस का स्टीकर बाइक पर लगाकर शराब की डिलिवरी कर रहे हैं. पुलिस ने ऐसी कई गाड़ियां विभिन्न थाना क्षेत्रों में पकड़ कर जब्त कर ली है. बीते कुछ दिन पहले पत्रकार नगर थाने में पुलिस ने दो बाइक पकड़ी है. जिसमें एक अपाची बाइक पर पुलिस का स्टीकर लगा था, वहीं एक पैशन प्रो बाइक पर प्रेस का स्टिकर लगा शराब की तस्करी कर रहा था. पुलिस ने दोनों बाइक को जब्त कर लिया है.
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पुलिस जांच में न तो कोई पुलिस निकला न ही मीडिया पर्सन
पत्रकार नगर थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती ने बताया कि 22 मार्च को अपाचे बाइक से बैग में शराब लेकर डिलिवरी करने जा रहे दो तस्कर को पकड़ा गया था. पकड़ा गया डिलिवरी ब्वॉय दीपक कुमार खगौल व नंदन नारायण उर्फ संतोष नालंदा के चंडी का रहने वाला है. इसकी बाइक पर पुलिस का स्टीकर लगा था. लेकिन जब जांच की गयी तो तस्करों के रिश्तेदार में दूर-दूर तक कोई पुलिसकर्मी नहीं था. वहीं उसी दिन एक प्रेस लिखी बाइक को संदेह होने पर रोका गया, तो उसके पास से भी शराब बरामद हुई. पूछताछ में तस्कर ने बताया कि पुलिस से बचने के लिए प्रेस लिखवाया था. इस मामले में भी जांच की गयी तो कोई भी मीडिया में काम करनेवाला संबंधी नहीं निकला.
हर थाने में आधा दर्जन बाइक जब्त
पुलिस की जानकारी के अनुसार पटना के हर थाने में इस तरह के कई मामले आए हैं, जिसमें फर्जी पुलिस व प्रेस की स्टिकर लगी बाइक जब्त है. एक वरीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि तस्कर अब पुलिस ही नहीं अलग-अलग विभागों का स्टीकर लगा कर शहर में खुलेआम घुम रहे हैं. उन्होंने बताया कि हर थाने में करीब आधा दर्जन जब्त बाइक ऐसे दिख जाएंगे, जिस पर फर्जी तरीके से विभिन्न विभागों के स्टीकर लगे हुए हैं. पुलिस सूत्रों की मानें तो इस तरह के मामले में कई धाराएं हैं, जिसमें पुलिस, प्रेस या अन्य विभागों का फर्जी तरीके से स्टीकर लगाने वाले आरोपित को तीन साल तक की सजा भी हो सकती है.
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फर्जी तरीके से स्टीकर लगाकर घूमने वालों पर होगी कार्रवाई
सिटी एसपी पूर्वी जितेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस, प्रेस या किसी अन्य वीआइपी के फर्जी पहचान लगाने वालों पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. कई थानों में ऐसे मामले आये हैं. पुलिस इस तरह के मामले में काफी सतर्क रहती है. जैसे ही संदिग्ध व्यक्ति के बाइक पर वीआईपी स्टीकर लगा दिखे, उसकी जांच कर उस पर कार्रवाई करे. इसके निर्देश जारी किए गए हैं.