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स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत राजधानी में 10 जगह बनेगा स्मार्ट स्टैंड, अगस्त तक पूरा होगा काम

राजधानी को स्मार्ट सिटी बनाने के तहत एक नई और अच्छी कोशिश हो रही है. इस के तहत शहर में 10 नए स्मार्ट स्टैंड का निर्माण हो रहा है. जहां यात्रियों को शेड और बैठने की सुविधा तो मिलेगी ही, साथ ही डस्टबिन, सार्वजनिक बस के आवागमन से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने के लिए विशेष डिसप्ले बोर्ड भी लगे होंगे.

स्मार्ट सिटी
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Published : Jun 19, 2021, 6:33 PM IST

पटना: स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहरी यातायात को बेहतर बनाने के उद्देश्य से पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने 9 जगहों पर इंटरमीडिएट पब्लिक ट्रांसपोर्ट (IPT) स्टैंड निर्माण कराने की योजना बनाई है. इस मिशन के अंतर्गत कुल 10 स्थलों पर आईपीटी स्टैंड अगस्त महीने तक तैयार कर लिए जाएंगे.

परियोजना का मुख्य उद्देश्य
शहर की आबादी 13 लाख से भी अधिक हो चुकी है. ऐसे में पब्लिक यातायात से लेकर निजी वाहन की भी संख्या बढी है. रोड पर आए दिन इन वाहनों की वजह से जाम की समस्या बनी रहती है. जिस को ध्यान में रखकर पटना स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर में अब कुल 10 नये स्मार्ट स्टैंड बनाने का निर्णय लिया गया है.

क्या है आईपीटी?
इस परियोजना के तहत ऑटो, रिक्शा, ई-रिक्शा, वैन, मिनी बस और सिटी बस मध्यवर्ती सार्वजनिक परिवहन (आईपीटी) की श्रेणी में आते हैं. शहर के एक हिस्से को दूसरे हिस्से से जोड़ने वाले अथवा शहर के एक हिस्से को परिवहन के मुख्य साधन जैसे रेलवे, बस, जहाज, हवाई जहाज और मेट्रो से जोड़ने वाले वाहन मध्यवर्ती सार्वजनिक परिवहन (आईपीटी) कहे जाते हैं.

ये भी पढ़ें- जाम से मुक्ति का एक्शन प्लान तैयार, पटना में बनेंगी ऑटोमेटिक मल्टीलेवल पार्किंग

वाहनों की संख्या में तेजी से इजाफा
शहर के विस्तार के साथ साथ बीते सालों में रिक्शा और ई-रिक्शा और ऑटो की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है. अक्सर इन वाहन के चालकों द्वारा सड़क पर जहां-तहां वाहन रोककर यात्रियों को बिठाया जाता है और उतारा जाता है. इस तरह सड़क पर यातायात व्यवस्था बाधित होती है. साथ ही दुर्घटना की स्थिति भी बनी रहती है.

इन वाहनों के लिए सड़क पर एक तय स्थान सुनिश्चित करना जरूरी हो जाता है. इसी उद्देश्य से पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा पूर्व निर्धारित एरिया बेस्ड डेवलपमेंट (एबीडी) में कुल 10 स्थलों पर आईपीटी स्टैंड का निर्माण किया जा रहा है.

इन स्थलों पर मिलेगी स्मार्ट स्टैंड की सुविधा

  • जीपीओ गोलंबर (आर-ब्लाक ब्रिज के नीचे)
  • चिरैयाटांड ब्रिज (पिलर संख्या 43 के पास)
  • बिहार इंटरमीडियेट काउंसिल-1
  • बिहार इंटरमीडियेट काउंसिल-2
  • तारामंडल
  • गार्डिनर अस्पताल (वीरचंड रोड पर)
  • बांस घाट
  • डीएम आवास (पीर अली पार्क के पास)
  • गांधी मैदान, गेट संख्या-5
  • जमाल रोड (पिलर संख्या 22 के पास)

शहरवासियों को होगी सहूलियत
आईपीटी स्टैंड निर्माण कार्य पूर्ण होते ही ऑटो-रिक्शा चालकों द्वारा यहां-वहां वाहन रोक कर सवारी बैठाने-उतारने की हरकत पर लगाम लगेगा. जिन सड़कों पर आईपीटी स्टैंड होंगे, कम से कम उन सड़कों पर चलने वाले राहगीरों को सहूलियत होगी. साथ ही अन्य वाहनों का भी सुगम परिचालन सुनिश्चित होगा. परियोजना पूर्ण होने पर ऑटो, ई-रिक्शा, सिटी बस का इंतजार करते वक्त आम जन को शेड और बैठने की सुविधा भी मिलेगी.

ये भी पढ़ें- 15 जुलाई से बंद हो जाएगा मीठापुर बस स्टैंड, बस मालिकों और चालकों में आक्रोश

स्टैंड के पास होगी ये सुविधाएं
पटना स्मार्ट सिटी मिशन अंतर्गत बन रहे आईपीटी स्टैंड पर स्टेनलेस स्टील के डस्टबिन, सार्वजनिक बस के आवागमन से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने के लिए विशेष डिसप्ले बोर्ड, विज्ञापन के लिए एलईडी स्क्रीन होंगे. साथ ही भविष्य में वाई-फाई एवं सीसीटीवी कैमरों के अधिष्ठान का भी प्रावधान होगा. इस परियोजना को मेसर्स सर्वेश्वर कुमार ओझा द्वारा करीब ढाई करोड़ रुपये की लागत से पूर्ण किया जा रहा है.

पटना: स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहरी यातायात को बेहतर बनाने के उद्देश्य से पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने 9 जगहों पर इंटरमीडिएट पब्लिक ट्रांसपोर्ट (IPT) स्टैंड निर्माण कराने की योजना बनाई है. इस मिशन के अंतर्गत कुल 10 स्थलों पर आईपीटी स्टैंड अगस्त महीने तक तैयार कर लिए जाएंगे.

परियोजना का मुख्य उद्देश्य
शहर की आबादी 13 लाख से भी अधिक हो चुकी है. ऐसे में पब्लिक यातायात से लेकर निजी वाहन की भी संख्या बढी है. रोड पर आए दिन इन वाहनों की वजह से जाम की समस्या बनी रहती है. जिस को ध्यान में रखकर पटना स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर में अब कुल 10 नये स्मार्ट स्टैंड बनाने का निर्णय लिया गया है.

क्या है आईपीटी?
इस परियोजना के तहत ऑटो, रिक्शा, ई-रिक्शा, वैन, मिनी बस और सिटी बस मध्यवर्ती सार्वजनिक परिवहन (आईपीटी) की श्रेणी में आते हैं. शहर के एक हिस्से को दूसरे हिस्से से जोड़ने वाले अथवा शहर के एक हिस्से को परिवहन के मुख्य साधन जैसे रेलवे, बस, जहाज, हवाई जहाज और मेट्रो से जोड़ने वाले वाहन मध्यवर्ती सार्वजनिक परिवहन (आईपीटी) कहे जाते हैं.

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वाहनों की संख्या में तेजी से इजाफा
शहर के विस्तार के साथ साथ बीते सालों में रिक्शा और ई-रिक्शा और ऑटो की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है. अक्सर इन वाहन के चालकों द्वारा सड़क पर जहां-तहां वाहन रोककर यात्रियों को बिठाया जाता है और उतारा जाता है. इस तरह सड़क पर यातायात व्यवस्था बाधित होती है. साथ ही दुर्घटना की स्थिति भी बनी रहती है.

इन वाहनों के लिए सड़क पर एक तय स्थान सुनिश्चित करना जरूरी हो जाता है. इसी उद्देश्य से पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा पूर्व निर्धारित एरिया बेस्ड डेवलपमेंट (एबीडी) में कुल 10 स्थलों पर आईपीटी स्टैंड का निर्माण किया जा रहा है.

इन स्थलों पर मिलेगी स्मार्ट स्टैंड की सुविधा

  • जीपीओ गोलंबर (आर-ब्लाक ब्रिज के नीचे)
  • चिरैयाटांड ब्रिज (पिलर संख्या 43 के पास)
  • बिहार इंटरमीडियेट काउंसिल-1
  • बिहार इंटरमीडियेट काउंसिल-2
  • तारामंडल
  • गार्डिनर अस्पताल (वीरचंड रोड पर)
  • बांस घाट
  • डीएम आवास (पीर अली पार्क के पास)
  • गांधी मैदान, गेट संख्या-5
  • जमाल रोड (पिलर संख्या 22 के पास)

शहरवासियों को होगी सहूलियत
आईपीटी स्टैंड निर्माण कार्य पूर्ण होते ही ऑटो-रिक्शा चालकों द्वारा यहां-वहां वाहन रोक कर सवारी बैठाने-उतारने की हरकत पर लगाम लगेगा. जिन सड़कों पर आईपीटी स्टैंड होंगे, कम से कम उन सड़कों पर चलने वाले राहगीरों को सहूलियत होगी. साथ ही अन्य वाहनों का भी सुगम परिचालन सुनिश्चित होगा. परियोजना पूर्ण होने पर ऑटो, ई-रिक्शा, सिटी बस का इंतजार करते वक्त आम जन को शेड और बैठने की सुविधा भी मिलेगी.

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स्टैंड के पास होगी ये सुविधाएं
पटना स्मार्ट सिटी मिशन अंतर्गत बन रहे आईपीटी स्टैंड पर स्टेनलेस स्टील के डस्टबिन, सार्वजनिक बस के आवागमन से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने के लिए विशेष डिसप्ले बोर्ड, विज्ञापन के लिए एलईडी स्क्रीन होंगे. साथ ही भविष्य में वाई-फाई एवं सीसीटीवी कैमरों के अधिष्ठान का भी प्रावधान होगा. इस परियोजना को मेसर्स सर्वेश्वर कुमार ओझा द्वारा करीब ढाई करोड़ रुपये की लागत से पूर्ण किया जा रहा है.

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