ETV Bharat / state

पटनाः स्लम की बच्चियों ने वेस्ट मटेरियल से तैयार उत्पादों की लगाई प्रदर्शनी

दिवाली एक्सपो के आयोजक ने बताया कि स्लम एरिया की बच्चों में भी हुनर है. उन्हें मंच मिले तो वो भी कला और संस्कृति से जुड़ सकते हैं. स्लम एरिया के इन बच्चियों को बहुत ही कम समय में प्रशिक्षित किया गया है.

पटना
author img

By

Published : Oct 14, 2019, 12:01 PM IST

पटना: राजधानी के मंदिरी स्थित हथुआराज ज्ञानोदय संस्कृत महाविद्यालय में स्लम एरिया की बच्चियों ने दिवाली एक्सपो का प्रदर्शनी लगाई. जिसमें वेस्ट मेटेरियल से तैयार दिवाली के प्रोडक्ट्स के साथ दीया और पूजा की थालियों को पेंटिंग्स के माध्यम से सजाए गए थे. बी फॉर नेशन नाम की समाज सेवी संस्था इन बच्चों को प्रशिक्षित करते हैं.

वेस्ट मटेरियल से तैयार करते हैं उत्पाद
बच्चियों ने बताया कि लकड़ी, रद्दी कागज और पुराने कपड़ों का इस्तेमाल कर ये उत्पाद तैयार किए गए हैं. बच्चों को ट्रेनिंग देने वाली शिवांगी ने बताया कि वे वेस्ट मटेरियल पर काम कर रही हैं. रद्दी कागज और पुराने कपड़ों से टीकोस्टर बनाकर उसे खूबसूरत तरीके से सजाया गया है. ट्रेनर रिद्धिमा ने बताया कि वेस्ट मैटेरियल्स से बच्चों ने वॉल हैंगिंग बनाया है जिसमें लोग अपने मोबाइल चार्ज में लगा कर रख सकते हैं.

पेश है रिपोर्ट

स्लम के बच्चों में भी हुनर
दिवाली एक्सपो के आयोजक और बी फॉर नेशन के निदेशक रोहित कुमार ने बताया कि स्लम एरिया की बच्चों में भी हुनर है. उन्हें मंच मिले तो वो भी कला और संस्कृति से जुड़ सकते हैं. स्लम एरिया के इन बच्चियों को बहुत ही कम समय में प्रशिक्षित किया गया है. उन्होंने कहा कि इन बच्चियों की प्रतिभा को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.

पटना: राजधानी के मंदिरी स्थित हथुआराज ज्ञानोदय संस्कृत महाविद्यालय में स्लम एरिया की बच्चियों ने दिवाली एक्सपो का प्रदर्शनी लगाई. जिसमें वेस्ट मेटेरियल से तैयार दिवाली के प्रोडक्ट्स के साथ दीया और पूजा की थालियों को पेंटिंग्स के माध्यम से सजाए गए थे. बी फॉर नेशन नाम की समाज सेवी संस्था इन बच्चों को प्रशिक्षित करते हैं.

वेस्ट मटेरियल से तैयार करते हैं उत्पाद
बच्चियों ने बताया कि लकड़ी, रद्दी कागज और पुराने कपड़ों का इस्तेमाल कर ये उत्पाद तैयार किए गए हैं. बच्चों को ट्रेनिंग देने वाली शिवांगी ने बताया कि वे वेस्ट मटेरियल पर काम कर रही हैं. रद्दी कागज और पुराने कपड़ों से टीकोस्टर बनाकर उसे खूबसूरत तरीके से सजाया गया है. ट्रेनर रिद्धिमा ने बताया कि वेस्ट मैटेरियल्स से बच्चों ने वॉल हैंगिंग बनाया है जिसमें लोग अपने मोबाइल चार्ज में लगा कर रख सकते हैं.

पेश है रिपोर्ट

स्लम के बच्चों में भी हुनर
दिवाली एक्सपो के आयोजक और बी फॉर नेशन के निदेशक रोहित कुमार ने बताया कि स्लम एरिया की बच्चों में भी हुनर है. उन्हें मंच मिले तो वो भी कला और संस्कृति से जुड़ सकते हैं. स्लम एरिया के इन बच्चियों को बहुत ही कम समय में प्रशिक्षित किया गया है. उन्होंने कहा कि इन बच्चियों की प्रतिभा को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.

Intro:राजधानी पटना के मंदिरी स्थित हथुआराज ज्ञानोदय संस्कृत महाविद्यालय में स्लम एरिया के बच्चों द्वारा दिवाली एक्सपो में बेहतरीन प्रदर्शनी का नजारा देखने को मिला. बी फॉर नेशन नाम की समाज सेवी संस्था द्वारा स्लम एरिया के बच्चों को प्रशिक्षित कर प्रदर्शनी में लगे दिवाली के उत्पादों को तैयार किया गया. स्लम एरिया के बच्चों ने वेस्ट मेटेरियल से दिवाली के प्रोडक्ट्स बनाए थे साथी दीया और पूजा की थाली को पेंटिंग्स के माध्यम से खूबसूरत तरीके से सजाया था.


Body:बच्चों ने प्रदर्शनी में लगाए उत्पादों को बनाने के लिए लकड़ी रद्दी कागज और पुराने हो चुके कपड़े का इस्तेमाल किया. बच्चों ने गुल्लक को बहुत ही खूबसूरत पेंटिंग से सजाया था. बच्चों ने बताया कि उन्होंने सभी उत्पादों को बनाने के लिए कई दिनों मेहनत की है. हर दिए को बारीकी से पेंटिंग की गई है. बच्चों को ट्रेनिंग कराने वाली ट्रेनर शिवांगी ने बताया कि वह वेस्ट मटेरियल पर काम कर रही हैं इसलिए रद्दी कागज से टीकोस्टर बनाया है और उसे खूबसूरत तरीके से सजाया गया है. दो प्रकार के टी कोस्टर बने हैं एक रद्दी कागज से और दूसरा फटे पुराने कपड़ों से. ट्रेन रिद्धिमा ने बताया कि वेस्ट मैटेरियल्स से बच्चों ने वॉल हैंगिंग बनाया है जिसमें लोग अपने मोबाइल चार्ज में लगा कर रख सकते हैं. उन्होंने बताया कि बच्चों ने प्रदर्शनी के सभी उत्पादों को बनाने में बहुत मेहनत की है.


Conclusion:इस दिवाली एक्सपो के आयोजक बी फॉर नेशन के रोहित कुमार ने बताया कि स्लम एरिया के बच्चे भी कला संस्कृति से जुड़ सकते हैं और उनमें भी कला के क्षेत्र में बहुत हुनर है बस उन्हें मंच नहीं मिलता. उन्होंने कहा कि आसपास के स्लम एरिया के बच्चों को बहुत ही कम समय में प्रशिक्षित किया गया है. उन्होंने कहा कि वह चाहते थे कि इन बच्चों की भी प्रतिभा लोग देखें और इसे प्रोत्साहित करें. आज प्रदर्शनी में बच्चों की प्रतिभा साफ दिख रही है. लोगों को इन्हें अब प्रोत्साहन करने की जरूरत है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.