ETV Bharat / state

पटना: स्मार्ट सिटी की रफ्तार हुई धीमी, रैंकिंग में आठ पायदान फिसला नीचे

स्मार्ट सिटी मिशन के तहत राजधानी पटना सहित मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहार शरीफ का चयन किया गया है. इस योजना से भारत के शहरों के चेहरे बदल रहे हैं. लेकिन प्रदेश में तस्वीर उलटी है.

author img

By

Published : Jul 28, 2019, 7:27 PM IST

Updated : Jul 28, 2019, 8:00 PM IST

सभी प्रोजेक्टों के साइड पर वर्क ऑर्डर बोर्ड लगा दिया गया है

पटना: राजधानी को स्मार्ट बनाने का काम ठंडा पड़ गया है. स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से शहर में कई प्रोजेक्टों को शुरू करने की घोषणा की गयी थी. फिलहाल कंपनी ने सभी प्रोजेक्टों के साइड पर वर्क ऑर्डर बोर्ड लगा दिया है. धरातल पर काम का कोई अता-पता नहीं है. इस कारण स्मार्ट सिटी रैंकिंग में पटना आठ पायदान नीचे खिसक गया है.

आपको बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के शहरों को आधुनिक रूप देने के लिए 25 जून 2015 को स्मार्ट सिटी मिशन की शुरुआत की थी. इसके तहत राजधानी पटना सहित मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहार शरीफ का चयन किया गया है. इस योजना से भारत के शहरों के चेहरे बदल रहे हैं.

धरातल पर काम का कोई अता-पता नहीं है

रफ्तार पड़ी धीमी
स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से शहर में कई प्रोजेक्टों की शुरुआत करने घोषणा की जा चुकी है. लेकिन रफ्तार बहुत ही धीमी है. कंपनी के महत्वाकांक्षी योजनाओं में सड़क निर्माण प्रमुख है. जिसमें मंदिरी रोड, इनकम टैक्स चौराहा, बांस घाट शामिल है. इनकी लागत 67.10 करोड़ रुपये रखी गयी है. इन सभी साइडों पर केवल वर्क ऑर्डर बोर्ड लगाए गए हैं. काम अबतक शुरू नहीं हो पाया है.

वेंडिंग जोन का काम भी है लटका
स्मार्ट सिटी के क्रम में फुटपाथ पर लगाने वाली दुकानों के लिए वेंडिंग जोन का निर्माण कराया जाना है. ताकि दुकानदारों को व्यवस्थित किया जा सके. लेकिन 5 महीने पूरे होने के बाद भी यह काम पूरा नहीं हो पाया है. स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सारे दावे फेल होते दिख रहे हैं.

पटना: राजधानी को स्मार्ट बनाने का काम ठंडा पड़ गया है. स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से शहर में कई प्रोजेक्टों को शुरू करने की घोषणा की गयी थी. फिलहाल कंपनी ने सभी प्रोजेक्टों के साइड पर वर्क ऑर्डर बोर्ड लगा दिया है. धरातल पर काम का कोई अता-पता नहीं है. इस कारण स्मार्ट सिटी रैंकिंग में पटना आठ पायदान नीचे खिसक गया है.

आपको बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के शहरों को आधुनिक रूप देने के लिए 25 जून 2015 को स्मार्ट सिटी मिशन की शुरुआत की थी. इसके तहत राजधानी पटना सहित मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहार शरीफ का चयन किया गया है. इस योजना से भारत के शहरों के चेहरे बदल रहे हैं.

धरातल पर काम का कोई अता-पता नहीं है

रफ्तार पड़ी धीमी
स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से शहर में कई प्रोजेक्टों की शुरुआत करने घोषणा की जा चुकी है. लेकिन रफ्तार बहुत ही धीमी है. कंपनी के महत्वाकांक्षी योजनाओं में सड़क निर्माण प्रमुख है. जिसमें मंदिरी रोड, इनकम टैक्स चौराहा, बांस घाट शामिल है. इनकी लागत 67.10 करोड़ रुपये रखी गयी है. इन सभी साइडों पर केवल वर्क ऑर्डर बोर्ड लगाए गए हैं. काम अबतक शुरू नहीं हो पाया है.

वेंडिंग जोन का काम भी है लटका
स्मार्ट सिटी के क्रम में फुटपाथ पर लगाने वाली दुकानों के लिए वेंडिंग जोन का निर्माण कराया जाना है. ताकि दुकानदारों को व्यवस्थित किया जा सके. लेकिन 5 महीने पूरे होने के बाद भी यह काम पूरा नहीं हो पाया है. स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सारे दावे फेल होते दिख रहे हैं.

Intro:पटना शहर को स्मार्ट बनाने वाली कंपनी की रफ्तार हुई धीमी..कंपनी ने अबतक घोषणा किये गए सभी प्रोजेक्टो को एक साल में पूरा करने का किया है दावा।


Body:पटना शहर को बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से शहर में कोई प्रोजेक्टो की शुरुआत करने घोषणा की जा चुकी हो...लेकिन रफ्तार बहुत ही धीमी है..कंपनी के महत्वकांक्षी योजनाओं के एक मंदिरी नाला पर सड़क का निर्माण करना है जिसे एक साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया..वही हर प्रोजेक्ट के साइड पर वर्क आर्डर बोर्ड कई महीने पहले ही लगाया जा चुका है..लेकिन काम अबतक शुरू नही हो पाया है।

इस सड़क का निर्माण इनकम टैक्स चौराहे से लेकर बांस घाट तक किया जाएगा..जिसकी लंबाई 1.2 किलो मीटर है..वही इसकी चौड़ाई 15 मीटर है..इस प्रोजेक्ट में कुल लागत 67.10 करोड़ रुपये की है।तो वही एबीडी क्षेत्र में बनने वाले स्मार्ट सिटी रोड नेटवर्क का काम की शुरुआत नही हो पाई है..यहा भी केवल वर्क आर्डर का बोर्ड लगा कर छोड़ दिया गया है।

वही शहर में फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन का निर्माण कराया जा रहा है..ताकि दुकानदारों को व्यवस्थित किया जा सकें... लेकिन पांच महीने से अधिक दिन हो जाने के बाद भी इस काम को पूरा नही किया जा सका है।वही इसपर सवाल पूछने पर अधिकारी बस यही बताते है काम समय पर पूरा हो जाएंगा।

बहरहाल पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से भले ही कुछ भी दावे किए जा रहे हो..लेकिन इतना तो साफ है..एक साल में काम पूरा करने का दावा केवल कोरा सपना साबित होने वाला है।





Conclusion:
Last Updated : Jul 28, 2019, 8:00 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.