पटना: राजधानी को स्मार्ट बनाने का काम ठंडा पड़ गया है. स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से शहर में कई प्रोजेक्टों को शुरू करने की घोषणा की गयी थी. फिलहाल कंपनी ने सभी प्रोजेक्टों के साइड पर वर्क ऑर्डर बोर्ड लगा दिया है. धरातल पर काम का कोई अता-पता नहीं है. इस कारण स्मार्ट सिटी रैंकिंग में पटना आठ पायदान नीचे खिसक गया है.
आपको बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के शहरों को आधुनिक रूप देने के लिए 25 जून 2015 को स्मार्ट सिटी मिशन की शुरुआत की थी. इसके तहत राजधानी पटना सहित मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहार शरीफ का चयन किया गया है. इस योजना से भारत के शहरों के चेहरे बदल रहे हैं.
रफ्तार पड़ी धीमी
स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से शहर में कई प्रोजेक्टों की शुरुआत करने घोषणा की जा चुकी है. लेकिन रफ्तार बहुत ही धीमी है. कंपनी के महत्वाकांक्षी योजनाओं में सड़क निर्माण प्रमुख है. जिसमें मंदिरी रोड, इनकम टैक्स चौराहा, बांस घाट शामिल है. इनकी लागत 67.10 करोड़ रुपये रखी गयी है. इन सभी साइडों पर केवल वर्क ऑर्डर बोर्ड लगाए गए हैं. काम अबतक शुरू नहीं हो पाया है.
वेंडिंग जोन का काम भी है लटका
स्मार्ट सिटी के क्रम में फुटपाथ पर लगाने वाली दुकानों के लिए वेंडिंग जोन का निर्माण कराया जाना है. ताकि दुकानदारों को व्यवस्थित किया जा सके. लेकिन 5 महीने पूरे होने के बाद भी यह काम पूरा नहीं हो पाया है. स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सारे दावे फेल होते दिख रहे हैं.