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Bihar News: डीजल बसों को बंद करने के लिए 6 माह का समय बढ़ा, दीपावली और छठ को लेकर फैसला

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 29, 2023, 1:38 PM IST

बिहार के पटना, मुजफ्फरपुर और गया में डीजल बस बंद (Ban on diesel buses in Bihar) करने के मामले में सरकार ने राहत दी है. परिवहन विभाग की ओर से पर्व त्योहार को देखते हुए 6 माह का समय बढ़ाया गया है. पढ़ें पूरी खबर...

बिहार परिवहन मंत्री शीला मंडल
बिहार परिवहन मंत्री शीला मंडल
बिहार परिवहन मंत्री शीला मंडल

पटनाः बिहार में डीजल बस चलाने के लिए 6 माह की अनुमति दी गई है. इसकी जानकारी बिहार परिवहन मंत्री शीला मंडल ने दी है. मंत्री ने बताया कि पर्व त्योहार को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. इसके बाद बिहार के पटना, गया और मुजफ्फरपुर में डीजल बस बंद किया जाएगा. इसके साथ ही बिहार में सीएनजी पाइप बिछाने का भी काम तेजी से चल रहा है.

यह भी पढ़ेंः हड़ताल: आज से पटना का मीठापुर बस स्टैंड बंद, बैरिया ISBT पर जाने को तैयार नहीं बस मालिक

"पटना, मुजफ्फरपुर और गया में डीजल वाहन को बंद कराना है, लेकिन पर्व को देखते हुए बस मालिकों और संघ के लोग ने समय देने की मांग की. इसी को देखते हुए 6 माह का समय दिया गया है ताकि तब तक बस मालिक अपनी व्यवस्था कर सके. छठ और दीपावली को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. इसके बाद होमलोग डीजल वाहन को बंद करेंगे. पटना और मुजफ्फरपुर में धीरे धीरे सीएनजी का पाइप बिछ रहा है. सुविधा मिल रही है. इसे और बढ़ाया जाएगा." -शीला मंडल, परिवहन मंत्री, बिहार

बिहार में डीजल बस पर रोक से राहतः पटना, मुजफ्फरपुर और गया में 30 सितंबर की रात से ही डीजल बसों पर रोक का फैसला लिया गया था, लेकिन बस मालिकों की ओर से 6 महीना बढ़ाने की मांग की गई थी. दिवाली और छठ में ग्रामीण इलाकों से लोग बड़ी संख्या में आते-जाते हैं. ऐसे में लोगों को परेशानी न हो इसको देखते हुए परिवहन विभाग की ओर से फैसला लिया गया है. परिवहन मंत्री ने कहा कि सीएनजी के लिए पाइप लाइन बिछाया जा रहा है.

15 साल पुराने वाहनों पर भी लग चुकी है रोकः बता दें कि पटना में पहले ही 15 साल पुराने वाहनों के चलने पर रोक लगाई जा चुकी. गया और मुजफ्फरपुर में 15 साल पुराने वाहनों पर रोक का फैसला लिया गया है. हालांकि अभी भी पटना और अन्य शहरों में 15 साल पुराने वाहन चल रहे हैं. अब देखना है कि छठ के बाद परिवहन विभाग की ओर से क्या फैसला लिया जाता है. बिहार सरकार की ओर से डीजल वाहन को सीएनजी में बदलने के लिए अनुदान भी दी गयी है.

बिहार परिवहन मंत्री शीला मंडल

पटनाः बिहार में डीजल बस चलाने के लिए 6 माह की अनुमति दी गई है. इसकी जानकारी बिहार परिवहन मंत्री शीला मंडल ने दी है. मंत्री ने बताया कि पर्व त्योहार को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. इसके बाद बिहार के पटना, गया और मुजफ्फरपुर में डीजल बस बंद किया जाएगा. इसके साथ ही बिहार में सीएनजी पाइप बिछाने का भी काम तेजी से चल रहा है.

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"पटना, मुजफ्फरपुर और गया में डीजल वाहन को बंद कराना है, लेकिन पर्व को देखते हुए बस मालिकों और संघ के लोग ने समय देने की मांग की. इसी को देखते हुए 6 माह का समय दिया गया है ताकि तब तक बस मालिक अपनी व्यवस्था कर सके. छठ और दीपावली को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. इसके बाद होमलोग डीजल वाहन को बंद करेंगे. पटना और मुजफ्फरपुर में धीरे धीरे सीएनजी का पाइप बिछ रहा है. सुविधा मिल रही है. इसे और बढ़ाया जाएगा." -शीला मंडल, परिवहन मंत्री, बिहार

बिहार में डीजल बस पर रोक से राहतः पटना, मुजफ्फरपुर और गया में 30 सितंबर की रात से ही डीजल बसों पर रोक का फैसला लिया गया था, लेकिन बस मालिकों की ओर से 6 महीना बढ़ाने की मांग की गई थी. दिवाली और छठ में ग्रामीण इलाकों से लोग बड़ी संख्या में आते-जाते हैं. ऐसे में लोगों को परेशानी न हो इसको देखते हुए परिवहन विभाग की ओर से फैसला लिया गया है. परिवहन मंत्री ने कहा कि सीएनजी के लिए पाइप लाइन बिछाया जा रहा है.

15 साल पुराने वाहनों पर भी लग चुकी है रोकः बता दें कि पटना में पहले ही 15 साल पुराने वाहनों के चलने पर रोक लगाई जा चुकी. गया और मुजफ्फरपुर में 15 साल पुराने वाहनों पर रोक का फैसला लिया गया है. हालांकि अभी भी पटना और अन्य शहरों में 15 साल पुराने वाहन चल रहे हैं. अब देखना है कि छठ के बाद परिवहन विभाग की ओर से क्या फैसला लिया जाता है. बिहार सरकार की ओर से डीजल वाहन को सीएनजी में बदलने के लिए अनुदान भी दी गयी है.

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