ETV Bharat / state

लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ीं! CBI को गृह मंत्रालय ने दी केस चलाने की मंजूरी - Land for Job Scam

author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : 2 hours ago

Updated : 54 minutes ago

Lalu Prasad Yadav: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब गृह मंत्रालय ने सीबीआई को लालू प्रसाद यादव के खिलाफ केस चलाने को मंजूरी दे दी है. वहीं इस पर तंज कसते हुए केंद्रीय मंत्री राजभूषण निषाद ने कहा कि पूरा कुनबा बहुत जल्द जेल के अंदर होगा.

Land for Job Scam
लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ी (ETV Bharat)
केंद्रीय मंत्री राजभूषण निषाद (ETV Bharat)

पटना: लैंड फॉर जॉब मामले से लालू एंड फैमिली निकल नहीं पा रहे हैं. एक बार फिर से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. गृह मंत्रालय ने सीबीआई को लालू के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है. ये जानकारी सीबीआई ने राऊज एवेन्यू कोर्ट में दी है.

लालू प्रसाद यादव की बढ़ी मुश्किलें!: इससे पहले 18 सितंबर को दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने लैंड फॉर जॉब मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लालू प्रसाद यादव, पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और अन्य आरोपितों को समन जारी किया था. सभी को सात अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने को कहा गया था.

15 अक्टूबर को होगी मामले की सुनवाई: अब लालू प्रसाद यादव के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी मिल गई है. शुक्रवार को सीबीआई ने राऊज एवेन्यू कोर्ट को बताया कि लालू के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी मिल गई है. वहीं बाकी आरोपियों के खिलाफ अनुमति मिलने में 15 दिन और लगेंग. उसके बाद स्पेशल जज विशाल गोगने ने मामले की अगली सुनवाई 15 अक्टूबर को करने का आदेश दिया है.

सेंक्शन हासिल करने की प्रक्रिया जारी: सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि अन्य आरोपियों के खिलाफ सेंक्शन हासिल करने की प्रक्रिया चल रही है. बाकी आरोपी अधिकारियों के खिलाफ अभी मंजूरी लंबित है. पिछली सुनवाई में कोर्ट को सीबीआई ने बताया था कि लालू यादव समेत 32 लोकसेवकों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अभी अनुमति नहीं मिली है.

पहली बार तेजप्रताप तलब: इससे पहले दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने 18 सितंबर को समन जारी किया था. लालू यादव, तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और अन्य आरोपियों को समन जारी किया गया था. 7 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने को कहा गया है. यह पहला मौका है जब तेजप्रताप यादव को भी इस मामले में तलब किया गया है. कोर्ट ने कहा था कि तेजप्रताप यादव की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता. हालांकि, शुरू में उनके खिलाफ चार्जशीट नहीं की गई थी, लेकिन वे एके इंफोसिस लिमिटेड में निदेशक थे और अब उन्हें तलब किया गया है.

क्या है पूरा मामला?: बता दें कि लालू प्रसाद यादव पर नौकरी के बदले लोगों से जमीन लेने या उनके परिवार को बेचने के लिए दबाव बनाने का आरोप है. मामला उस समय प्रकाश में आया, जब लालू 2004-2009 तक रेल मंत्री थे. सीबीआई ने चार्जशीट में आरोप लगाया है कि रेलमंत्री रहते हुए लालू यादव ने नियमों को ताक पर रखते हुए भर्तियां की थीं.

'पूरा कुनबा बहुत जल्द जेल के अंदर होगा': वहीं केंद्रीय मंत्री राजभूषण निषाद ने कहा है कि लैंड फॉर जॉब मामले में लालू परिवार सहित पूरा कुनबा बहुत जल्द ही जेल के अंदर होगा. जिस तरह का काम इन लोगों ने किया है, निश्चित तौर पर उसको लेकर जांच चल रही है. कानून अपना काम कर रहा है और ऐसा लग रहा है कि इस मामले में निश्चित तौर पर इन लोगों को सजा होगी.

"आप देखते रहिए जिस तरह से जांच हो रही है. जिस तरह से कानून अपना काम कर रहा है, बहुत जल्द ही पूरा कुनबा जेल के अंदर होगा. जो जैसा किया है निश्चित तौर पर उसको लेकर उन्हें सजा मिलेगी ही."- राजभूषण निषाद,केंद्रीय मंत्री

वन नेशन वन इलेक्शन पर केंद्रीय मंत्री की प्रतिक्रिया: राज भूषण निषाद ने वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि विपक्षी पार्टी इसीलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि वह नहीं चाहते हैं कि देश का विकास हो मोदी सरकार ने बहुत सोच समझकर वन नेशन वन इलेक्शन पर निर्णय लिया है. लेकिन विरोधी पार्टी प्रधानमंत्री जी के अच्छे कार्यों का भी विरोध करते हैं, वह नहीं चाहते हैं कि एक बार में पूरे देश में चुनाव हो. विपक्ष की सोच कैसी है, यह देश की जनता जान रही है.

नवादा की घटना की निंदा: वहीं नवादा में हुई घटना को लेकर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि अपराधी किसी जाति के नहीं होते हैं. उनकी एक अलग जाति होती है, इसीलिए इस मामले में जाति पर कोई बात नहीं होनी चाहिए. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद इस घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. प्रशासन पूरी तरह से आरोपी को पकड़ने में सक्षम है. जल्द ही जो आरोपी हैं वह पकड़े जाएंगे. उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी.

ये भी पढ़ें

लैंड फॉर जॉब केस: लालू प्रसाद यादव और उनके दोनों बेटों को समन जारी, राऊज एवेन्यू कोर्ट ने 7 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा - LAND FOR JOB SCAM

केंद्रीय मंत्री राजभूषण निषाद (ETV Bharat)

पटना: लैंड फॉर जॉब मामले से लालू एंड फैमिली निकल नहीं पा रहे हैं. एक बार फिर से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. गृह मंत्रालय ने सीबीआई को लालू के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है. ये जानकारी सीबीआई ने राऊज एवेन्यू कोर्ट में दी है.

लालू प्रसाद यादव की बढ़ी मुश्किलें!: इससे पहले 18 सितंबर को दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने लैंड फॉर जॉब मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लालू प्रसाद यादव, पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और अन्य आरोपितों को समन जारी किया था. सभी को सात अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने को कहा गया था.

15 अक्टूबर को होगी मामले की सुनवाई: अब लालू प्रसाद यादव के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी मिल गई है. शुक्रवार को सीबीआई ने राऊज एवेन्यू कोर्ट को बताया कि लालू के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी मिल गई है. वहीं बाकी आरोपियों के खिलाफ अनुमति मिलने में 15 दिन और लगेंग. उसके बाद स्पेशल जज विशाल गोगने ने मामले की अगली सुनवाई 15 अक्टूबर को करने का आदेश दिया है.

सेंक्शन हासिल करने की प्रक्रिया जारी: सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि अन्य आरोपियों के खिलाफ सेंक्शन हासिल करने की प्रक्रिया चल रही है. बाकी आरोपी अधिकारियों के खिलाफ अभी मंजूरी लंबित है. पिछली सुनवाई में कोर्ट को सीबीआई ने बताया था कि लालू यादव समेत 32 लोकसेवकों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अभी अनुमति नहीं मिली है.

पहली बार तेजप्रताप तलब: इससे पहले दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने 18 सितंबर को समन जारी किया था. लालू यादव, तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और अन्य आरोपियों को समन जारी किया गया था. 7 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने को कहा गया है. यह पहला मौका है जब तेजप्रताप यादव को भी इस मामले में तलब किया गया है. कोर्ट ने कहा था कि तेजप्रताप यादव की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता. हालांकि, शुरू में उनके खिलाफ चार्जशीट नहीं की गई थी, लेकिन वे एके इंफोसिस लिमिटेड में निदेशक थे और अब उन्हें तलब किया गया है.

क्या है पूरा मामला?: बता दें कि लालू प्रसाद यादव पर नौकरी के बदले लोगों से जमीन लेने या उनके परिवार को बेचने के लिए दबाव बनाने का आरोप है. मामला उस समय प्रकाश में आया, जब लालू 2004-2009 तक रेल मंत्री थे. सीबीआई ने चार्जशीट में आरोप लगाया है कि रेलमंत्री रहते हुए लालू यादव ने नियमों को ताक पर रखते हुए भर्तियां की थीं.

'पूरा कुनबा बहुत जल्द जेल के अंदर होगा': वहीं केंद्रीय मंत्री राजभूषण निषाद ने कहा है कि लैंड फॉर जॉब मामले में लालू परिवार सहित पूरा कुनबा बहुत जल्द ही जेल के अंदर होगा. जिस तरह का काम इन लोगों ने किया है, निश्चित तौर पर उसको लेकर जांच चल रही है. कानून अपना काम कर रहा है और ऐसा लग रहा है कि इस मामले में निश्चित तौर पर इन लोगों को सजा होगी.

"आप देखते रहिए जिस तरह से जांच हो रही है. जिस तरह से कानून अपना काम कर रहा है, बहुत जल्द ही पूरा कुनबा जेल के अंदर होगा. जो जैसा किया है निश्चित तौर पर उसको लेकर उन्हें सजा मिलेगी ही."- राजभूषण निषाद,केंद्रीय मंत्री

वन नेशन वन इलेक्शन पर केंद्रीय मंत्री की प्रतिक्रिया: राज भूषण निषाद ने वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि विपक्षी पार्टी इसीलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि वह नहीं चाहते हैं कि देश का विकास हो मोदी सरकार ने बहुत सोच समझकर वन नेशन वन इलेक्शन पर निर्णय लिया है. लेकिन विरोधी पार्टी प्रधानमंत्री जी के अच्छे कार्यों का भी विरोध करते हैं, वह नहीं चाहते हैं कि एक बार में पूरे देश में चुनाव हो. विपक्ष की सोच कैसी है, यह देश की जनता जान रही है.

नवादा की घटना की निंदा: वहीं नवादा में हुई घटना को लेकर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि अपराधी किसी जाति के नहीं होते हैं. उनकी एक अलग जाति होती है, इसीलिए इस मामले में जाति पर कोई बात नहीं होनी चाहिए. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद इस घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. प्रशासन पूरी तरह से आरोपी को पकड़ने में सक्षम है. जल्द ही जो आरोपी हैं वह पकड़े जाएंगे. उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी.

ये भी पढ़ें

लैंड फॉर जॉब केस: लालू प्रसाद यादव और उनके दोनों बेटों को समन जारी, राऊज एवेन्यू कोर्ट ने 7 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा - LAND FOR JOB SCAM

Last Updated : 54 minutes ago
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.