पटना: विधानसभा चुनाव 2020 की तैयारियां पूरे बिहार में जोर-शोर से चल रही है. सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव को लेकर काफी सक्रिय है. पार्टियां वोटरों को अपने पक्ष में करने की कोशिश में जुटी है. लेकिन लोजपा इस चुनावी समर में फिलहाल उतनी सक्रिय नहीं दिखाई दे रही है. पार्टी कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है.
सभी पार्टियों के कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र से टिकट की उम्मीद में नेताओं के घर पर या पार्टी कार्यालय पहुंच रहे हैं. आरजेडी, जेडीयू और बीजेपी जैसी पार्टियों के कार्यालय में भीड़ देखी जा सकती है. लेकिन एलजेपी के कार्यालय में ना ही कोई कार्याकर्ता और ना ही कोई कर्मचारी मौजूद है.
चुनावी सभा से अनुपस्थित रहने का बताया कारण
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान इन दिनों लोजपा सुप्रीमो से ज्यादा बेटे होने का फर्ज निभा रहे हैं. चिराग पासवान पिछले 3 हफ्तों से दिल्ली के अस्पताल में अपने बिमार पिता रामविलास पासवान का इलाज करवा रहे हैं. उन्होंने पत्र लिख कर बिहार के चुनावी सभा में अपने अनुपस्थित रहने का कारण भी बताया है.
सीट को लेकर प्रेशर पॉलिटिक्स
बता दें कि चिराग पासवान कुछ दिनों से लगातार गठबंधन में रहने के बाद भी गठबंधन धर्म का पालन करते नहीं दिख रहे हैं. वो लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कार्यशैली पर ही सवाल खड़ा करते रहे हैं. चिराग पासवान एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार लोजपा 45 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. इसी वजह से एलजेपी, जेडीयू और बीजेपी पर दबाव की राजनीति कर रही है.