पटना: लॉक डाउन का सबसे ज्यादा प्रभाव गरीब मजदूरों पर देखने को मिल रहा है. प्रतिदिन कमाकर गुजर-बसर करने वाले मजदूर बेबस और लाचार दिखाई दे रहे हैं. ताजा मामला पटना की वीर चंद पटेल पथ का है. जहां, पर दो बुजुर्ग दंपति एक साथ रहते थे. मिली जानकारी के अनुसार रिक्शा चालक बल्लू महतो की पत्नी बासमती देवी का गुरुवार को निधन हो गया.
वार्ड पार्षद ने की आर्थिक मदद
दरअसल, बल्लू महतो प्रतिदिन रिक्शा चलाकर जीवन यापन करता है. वहीं, उसकी पत्नी दाई का काम करके गुजारा करती थी. इसी क्रम में लॉकडाउन के दौरान अचानक आज बासमती देवी का निधन हो गया. परिस्थिति से असहाय बल्लू महतो ने बताया कि लॉक डाउन के कारण हमारी कमाई बंद हो गई. हालात इतने खराब हैं कि मेरे पास पार्थिव शरीर के दाह संस्कार करने के लिए भी पैसे नहीं हैं. वहीं, सूचना मिलते ही मौके पर पटना नगर निगम की वार्ड पार्षद पिंकी देवी पहुंची.
'लॉकडाउन में नहीं की जा रही गरीबों की मदद'
पटना नगर निगम के वार्ड संख्या 21 पार्षद पिंकी देवी ने अपनी तरफ से 3000 रुपये का आर्थिक मदद किया. जिसके बाद मृतक के शव को जैसे-तैसे दाह संस्कार के लिए बांस घाट लाया गया. पार्षद पिंकी देवी ने कहा कि हम इस वार्ड के पार्षद हैं. घटना का पता चलने पर हमने मदद की है. उन्होंने पटना जिला प्रशासन पर भी आरोप लगाया कि लॉक डाउन के दौरान गरीबों की मदद नहीं की जा रही है.