पटना: गुरुवार को जहां एक ओर राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस की धूम रहेगी. वहीं, दूसरी तरफ बहन-भाईयों के प्रेम का त्योहार रक्षाबंधन भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. गुरुवार को पड़ने वाले राखी के इस त्योहार पर विशेष योग बन रहा है. इसको लेकर ईटीवी भारत ने बिहार के ज्योतिषाचार्य आचार्य प्रेम शंकर पांडे से बात की.
आचार्य प्रेम शंकर ने बताया कि इस बार रक्षाबंधन गुरुवार के दिन पर काफी अरसे बाद पड़ा है. संयोग यह है कि इस बार गुरुवार को पूर्णिमा भी है. गुरु पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का दिन काफी शुभ है. उन्होंने बताया कि पूर्णिमा 14 तारीख से ही शुरू हो रही है और यह 15 तारीख के दिन के 4:23 तक रहेगी. पूर्णिमा सिद्धि योग माना जाता है इसलिए यह बहुत ही उत्तम दिन है.
इस समय बांधे भाई की कलाई पर राखी
आचार्य के मुताबिक सवर्णा और धनिष्ठा नक्षत्र के मिलने से सौभाग्य योग बन रहा है. सौभाग्य योग 15 तारीख के दिन के 12:56 तक रहेगा. इसके बाद शोभन योग अगले दिन तक रहेगा. पूर्णिमा 4:23 तक ही है और इसके बाद प्रतिपदा शुरू हो जा रहा है. प्रतिपदा नक्षत्र में रक्षाबंधन वर्जित माना गया है. इसलिए 4:23 तक ही रक्षा बंधन होगा.
ब्रह्म मुहूर्त शुभ योग
उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन सुबह से ही शुरू हो जाएगा और ब्रह्म मुहूर्त में रक्षाबंधन का सर्वोत्तम योग बन रहा है. रक्षाबंधन का दिन इस पर बहुत ही अच्छी स्थिति में पड़ा है. ब्रह्म मुहूर्त से ही रक्षाबंधन का योग शुरू हो जा रहा है.