ETV Bharat / state

सालों बाद रक्षाबंधन के दिन पड़ा सौभाग्य योग, इस समय भाई की कलाई पर बांधें राखी - shubh muhurat of rakhsa bandhan

गुरुवार को पड़ रहे राखी के त्योहार का शुभ योग बताते हुए आचार्य प्रेम शंकर पांडे ने नक्षत्रों की चाल भी बताई. उन्होंने कहा कि ब्रह्म मुहूर्त में राखी बांधना सबसे उत्तम होगा.

shubh-muhurat-and-auspicious-puja-time-for-tied-rakhi-on-raksha-bandhan-2019
author img

By

Published : Aug 14, 2019, 7:41 PM IST

पटना: गुरुवार को जहां एक ओर राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस की धूम रहेगी. वहीं, दूसरी तरफ बहन-भाईयों के प्रेम का त्योहार रक्षाबंधन भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. गुरुवार को पड़ने वाले राखी के इस त्योहार पर विशेष योग बन रहा है. इसको लेकर ईटीवी भारत ने बिहार के ज्योतिषाचार्य आचार्य प्रेम शंकर पांडे से बात की.

आचार्य प्रेम शंकर ने बताया कि इस बार रक्षाबंधन गुरुवार के दिन पर काफी अरसे बाद पड़ा है. संयोग यह है कि इस बार गुरुवार को पूर्णिमा भी है. गुरु पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का दिन काफी शुभ है. उन्होंने बताया कि पूर्णिमा 14 तारीख से ही शुरू हो रही है और यह 15 तारीख के दिन के 4:23 तक रहेगी. पूर्णिमा सिद्धि योग माना जाता है इसलिए यह बहुत ही उत्तम दिन है.

shubh-muhurat-and-auspicious-puja-time-for-tied-rakhi-on-raksha-bandhan-2019
आप सभी को स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं

इस समय बांधे भाई की कलाई पर राखी

आचार्य के मुताबिक सवर्णा और धनिष्ठा नक्षत्र के मिलने से सौभाग्य योग बन रहा है. सौभाग्य योग 15 तारीख के दिन के 12:56 तक रहेगा. इसके बाद शोभन योग अगले दिन तक रहेगा. पूर्णिमा 4:23 तक ही है और इसके बाद प्रतिपदा शुरू हो जा रहा है. प्रतिपदा नक्षत्र में रक्षाबंधन वर्जित माना गया है. इसलिए 4:23 तक ही रक्षा बंधन होगा.

जानकारी देते ज्योतिषाचार्य

ब्रह्म मुहूर्त शुभ योग

उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन सुबह से ही शुरू हो जाएगा और ब्रह्म मुहूर्त में रक्षाबंधन का सर्वोत्तम योग बन रहा है. रक्षाबंधन का दिन इस पर बहुत ही अच्छी स्थिति में पड़ा है. ब्रह्म मुहूर्त से ही रक्षाबंधन का योग शुरू हो जा रहा है.

पटना: गुरुवार को जहां एक ओर राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस की धूम रहेगी. वहीं, दूसरी तरफ बहन-भाईयों के प्रेम का त्योहार रक्षाबंधन भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. गुरुवार को पड़ने वाले राखी के इस त्योहार पर विशेष योग बन रहा है. इसको लेकर ईटीवी भारत ने बिहार के ज्योतिषाचार्य आचार्य प्रेम शंकर पांडे से बात की.

आचार्य प्रेम शंकर ने बताया कि इस बार रक्षाबंधन गुरुवार के दिन पर काफी अरसे बाद पड़ा है. संयोग यह है कि इस बार गुरुवार को पूर्णिमा भी है. गुरु पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का दिन काफी शुभ है. उन्होंने बताया कि पूर्णिमा 14 तारीख से ही शुरू हो रही है और यह 15 तारीख के दिन के 4:23 तक रहेगी. पूर्णिमा सिद्धि योग माना जाता है इसलिए यह बहुत ही उत्तम दिन है.

shubh-muhurat-and-auspicious-puja-time-for-tied-rakhi-on-raksha-bandhan-2019
आप सभी को स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं

इस समय बांधे भाई की कलाई पर राखी

आचार्य के मुताबिक सवर्णा और धनिष्ठा नक्षत्र के मिलने से सौभाग्य योग बन रहा है. सौभाग्य योग 15 तारीख के दिन के 12:56 तक रहेगा. इसके बाद शोभन योग अगले दिन तक रहेगा. पूर्णिमा 4:23 तक ही है और इसके बाद प्रतिपदा शुरू हो जा रहा है. प्रतिपदा नक्षत्र में रक्षाबंधन वर्जित माना गया है. इसलिए 4:23 तक ही रक्षा बंधन होगा.

जानकारी देते ज्योतिषाचार्य

ब्रह्म मुहूर्त शुभ योग

उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन सुबह से ही शुरू हो जाएगा और ब्रह्म मुहूर्त में रक्षाबंधन का सर्वोत्तम योग बन रहा है. रक्षाबंधन का दिन इस पर बहुत ही अच्छी स्थिति में पड़ा है. ब्रह्म मुहूर्त से ही रक्षाबंधन का योग शुरू हो जा रहा है.

Intro:इस बार रक्षाबंधन बहुत ही अच्छा योग बन रहा है. कारण यह है कि इस बार रक्षाबंधन गुरुवार के दिन पर काफी अरसे बाद पड़ा है. संयोग यह है कि इस बार गुरुवार को पूर्णिमा पर रहा है और गुरु पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का दिन काफी शुभ है.


Body:आचार्य प्रेम शंकर पांडे ने बताया कि चुकी पूर्णिमा 14 तारीख से ही शुरू हो जा रही है और यह 15 तारीख के दिन के 4:23 तक है जिस कारण रक्षाबंधन का दिन 15 तारीख को पड़ा है. इस बार रक्षाबंधन गुरुवार को पड़ा है और उस दिन पूर्णिमा भी है तो गुरुवार का पूर्णिमा सिद्धि योग माना जाता है इसलिए यह बहुत ही उत्तम दिन है. उन्होंने बताया कि सवर्णा और धनिष्ठा नक्षत्र के मिलने से सौभाग्य योग बन रहा है. सौभाग्य योग 15 तारीख के दिन के 12:56 तक रहेगा जिसके बाद शोभन योग अगले दिन तक रहेगा.


Conclusion:पंडित प्रेम शंकर पांडे ने बताया कि चुकी पूर्णिमा 4:23 तक ही है और इसके बाद प्रतिपदा शुरू हो जा रहा है. प्रतिपदा नक्षत्र में रक्षाबंधन वर्जित माना गया है इसलिए 4:23 तक ही रक्षा बंधन होगा. उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन का सुबह से ही शुरू हो जाएगा और ब्रह्म मुहूर्त में रक्षाबंधन का सर्वोत्तम योग बन रहा है. रक्षाबंधन का दिन इस पर बहुत ही अच्छी स्थिति में पड़ा है. ब्रह्म मुहूर्त से ही रक्षाबंधन का योग शुरू हो जा रहा है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.