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बोले शिवानंद तिवारी- 'नीतीश को नहीं है खुद पर भरोसा, चुनाव जीतने के लिए कर रहे लालू नाम का जाप'

शिवानंद तिवारी ने आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव को उनके 73 वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी. मौके पर उन्होंने कहा कि 'लालू भले ही आज सक्रिय राजनीति में नहीं हों, लेकिन पिछले 30 साल से लालू के नाम पर ही बिहार की राजनीति घूम रही है.

शिवानंद तिवारी
शिवानंद तिवारी
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Published : Jun 11, 2020, 6:30 PM IST

पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव अपना 73वां जन्मदिन मना रहे हैं. आरजेडी सुप्रीमो के जन्मदिन पर प्रदेश में राजनीति भी अपने चरम पर है. दरअसल, जदयू ने लालू यादव को लेकर एक पोस्टर लगाया है. जिसमें उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए है. इस पोस्टर में लालू यादव के 73 संपत्तियों ब्योरा दिया गया है. जदयू के इस आरोप के बाद राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार पर पलटवार किया है.

'लालू के नाम पर घूम रही राजनीति'
राजद नेता शिवानंद तिवारी ने ईटीवी भारत के माध्यम से आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव को उनके 73 वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी. मौके पर उन्होंने कहा कि 'लालू भले ही आज सक्रिय राजनीति में नहीं हों, लेकिन पिछले 30 साल से लालू के नाम पर ही बिहार की राजनीति घूम रही है.

ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट

'लालू का जलवा बरकरार'
शिवानंद तिवारी ने कहा कि लालू गरीबों के मसीहा के नाम से जाने जाते हैं. लालू का जलवा इस कदर बरकरार है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार लालू के नाम का भय दिखाकर जनता से वोट मांगने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 1990 में मंडल कमीशन की सिफारिशें लागू करने में लालू यादव का अहम योगदान रहा है. लालू के नाम का महत्व बिहार के हर गरीब और पिछड़ी जाति के लोग बखूबी से समझते हैं.

ये भी पढ़ें-: CM फेस पर महागठबंधन में रार, तेजस्वी के सवर्ण कार्ड से NDA में बढ़ सकती हैं मुश्किलें

'नीतीश में आत्मविश्वास की कमी'
राजद नेता ने सीएम नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि ' आज तक नीतीश कुमार गरीबों के लिए वह नहीं कर पाए, जो लालू ने अपने शासन काल में कर दिखाया था. यही वजह है कि नीतीश में आत्मविश्वास की कमी है. वे जानते हैं कि वह खुद अपने बलबूते चुनाव नहीं जीत सकते. चुनाव जीतने के लिए नीतीश कुमार लालू के नाम की जरूरत या फिर बीजेपी की अवश्यकता है. लालू ने गरीबों को एक खास मुकाम तक पहुंचाया. जिन्हें पहले समाज में पूछ नहीं थी. वह आज समाज के अगली पंक्ति के नेताओं में शामिल हो गए हैं. यही लालू की जीत है और यही लालू की पूंजी है.

ये भी पढ़ें-: 'चुनाव से पहले बिखर जाएगा महागठबंधन, RJD और कांग्रेस के कई नेता JDU में होंगे शामिल'

चुनाव को लेकर शुरू हुआ वार-पलटवार
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ने लगी है. जहां एक ओर लालू कुनबा लगातार ट्वीट कर सरकार की मुश्किलें बढ़ा रही है. वहीं, जदयू के तरफ से मंत्री से लेकर पार्टी प्रवक्ता ने मोर्चा खोल रखा है. बता दें कि गुरूवार को लालू यादव अपना 73वां जन्मदिन मना रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने पिता लालू यादव से मिलने के लिए रांची स्थित रिम्स भी गए थे. जहां उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव गरीबों के मसीहा हैं. हमें उनसे प्रेरणा मिलती है.

पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव अपना 73वां जन्मदिन मना रहे हैं. आरजेडी सुप्रीमो के जन्मदिन पर प्रदेश में राजनीति भी अपने चरम पर है. दरअसल, जदयू ने लालू यादव को लेकर एक पोस्टर लगाया है. जिसमें उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए है. इस पोस्टर में लालू यादव के 73 संपत्तियों ब्योरा दिया गया है. जदयू के इस आरोप के बाद राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार पर पलटवार किया है.

'लालू के नाम पर घूम रही राजनीति'
राजद नेता शिवानंद तिवारी ने ईटीवी भारत के माध्यम से आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव को उनके 73 वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी. मौके पर उन्होंने कहा कि 'लालू भले ही आज सक्रिय राजनीति में नहीं हों, लेकिन पिछले 30 साल से लालू के नाम पर ही बिहार की राजनीति घूम रही है.

ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट

'लालू का जलवा बरकरार'
शिवानंद तिवारी ने कहा कि लालू गरीबों के मसीहा के नाम से जाने जाते हैं. लालू का जलवा इस कदर बरकरार है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार लालू के नाम का भय दिखाकर जनता से वोट मांगने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 1990 में मंडल कमीशन की सिफारिशें लागू करने में लालू यादव का अहम योगदान रहा है. लालू के नाम का महत्व बिहार के हर गरीब और पिछड़ी जाति के लोग बखूबी से समझते हैं.

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'नीतीश में आत्मविश्वास की कमी'
राजद नेता ने सीएम नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि ' आज तक नीतीश कुमार गरीबों के लिए वह नहीं कर पाए, जो लालू ने अपने शासन काल में कर दिखाया था. यही वजह है कि नीतीश में आत्मविश्वास की कमी है. वे जानते हैं कि वह खुद अपने बलबूते चुनाव नहीं जीत सकते. चुनाव जीतने के लिए नीतीश कुमार लालू के नाम की जरूरत या फिर बीजेपी की अवश्यकता है. लालू ने गरीबों को एक खास मुकाम तक पहुंचाया. जिन्हें पहले समाज में पूछ नहीं थी. वह आज समाज के अगली पंक्ति के नेताओं में शामिल हो गए हैं. यही लालू की जीत है और यही लालू की पूंजी है.

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चुनाव को लेकर शुरू हुआ वार-पलटवार
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ने लगी है. जहां एक ओर लालू कुनबा लगातार ट्वीट कर सरकार की मुश्किलें बढ़ा रही है. वहीं, जदयू के तरफ से मंत्री से लेकर पार्टी प्रवक्ता ने मोर्चा खोल रखा है. बता दें कि गुरूवार को लालू यादव अपना 73वां जन्मदिन मना रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने पिता लालू यादव से मिलने के लिए रांची स्थित रिम्स भी गए थे. जहां उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव गरीबों के मसीहा हैं. हमें उनसे प्रेरणा मिलती है.

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